बाड़मेर. जिले में पिछले कुछ दिनों से झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ जमकर कार्रवाई हुई, लेकिन अब सेड़वा उपखंड के बान्धरिया गांव में तांत्रिक की झाड़-फूंक में चार वर्षीय बच्चे की मौत हो गई. मामले की रिपोर्ट परिजनों ने सेड़वा थाने में दी है. सेड़वा पुलिस ने परिवाद दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
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यह है पूरा मामला...
चुनाराम पुत्र देवाराम निवासी बाधनिया ने पुलिस थाना सेड़वा में रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसके पुत्र गोविंद का इलाज उम्मेद राजकीय चिकित्सालय जोधपुर में चल रहा था. वहां से डॉक्टरों ने तबीयत ठीक होने पर छुट्टी दे दी. घर पहुंचने के बाद उसके परिचित भोपा पुरखा राम पुत्र मोहनलाल निवासी हेम जी की ढाणी ने मुझे कॉल करके अस्पताल की बीमारी न होने को बताया और देवी देवताओं के नाम इलाज कर ठीक करने को बोला.
परिवादी ने बताया कि भोपा ने इसके एवज में उससे 1,25,000 रुपए खर्च होने की बात कही. इसके बाद ढोंगी बाबा की ओर से इलाज शुरू किया गया, लेकिन बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब होने लगी. इसके बाद बच्चे को तुरंत अस्पताल के लिए लेकर निकल गए, लेकिन बीच रास्ते में भोपा ने रोक लिया. इसी दौरान अस्पताल पहुंचने से पहले ही बच्चे की मौत हो गई.
परिजनों की रिपोर्ट पर सेड़वा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. सेड़वा थानाधिकारी जेठाराम ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया है. उन्होंने बताया कि मामला करीब डेढ़ महीना पुराना है. मामले में देरी बरतने को को लेकर भी जांच की जा रही है.