बाड़मेर. राजस्थान सहित देश भर में कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन के अभाव में मरीजों की सांसें उखड़ रही हैं. वहीं दूसरी ओर सरहदी जिले बाड़मेर में रिफाइनरी क्षेत्र में 3 ऑक्सीजन के बड़े प्लांट हैं जो ऑक्सीजन लिक्विड के अभाव में बंद पड़े हैं. इसको लेकर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से खबर को चलाया था. जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने सरकार को पत्र भी लिखा था.
इस खबर का हुआ असर : उखड़ती सांसों को जीवन दे सकता है बाड़मेर का ये ऑक्सीजन प्लांट, लिक्विड के अभाव में है बंद
राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने भी इस पूरे मामले में प्रयास शुरू किए. जिसके बाद एक लिक्विड टैंकर पचपदरा रिफाइनरी पहुंचा है. जिससे यह प्लांट फिर से शुरू होंगे और ऑक्सीजन के अभाव में उखड़ती सांसों को राहत मिलेगी. जानकारी के मुताबिक इस टैंकर में लगभग 3 टन ऑक्सीजन लिक्विड आया है. यहां पहुंचने से ऑक्सीजन लिक्विड क्रिटिकल मरीजों को आसानी से सुलभ हो सकेगी.
![tanker of liquid oxygen reached barmer](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11587240_sdsd.jpg)
राजस्व मंत्री ने बताया कि कोविड के इस संकट में एक इंसान के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्राणदायक ऑक्सीजन है और इस समय देश में ऑक्सीजन की बड़ी किल्लत बनी हुई है. बाड़मेर जिले में इसकी आपूर्ति की शुरुआत के रूप में लिक्विड ऑक्सीजन का पहला टैंकर पहुंचा है जो यहा के गंभीर मरीजों के लिए जीवनदायी साबित होगा. राजस्व मंत्री बाड़मेर सहित प्रदेश भर में लगातार तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए आमजन से अपील की है कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करें और साथ ही आगे आकर अपना वैक्सीनेशन जरूर करवाएं.
![tanker of liquid oxygen reached barmer](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11587240_harish.jpg)
बता दें कि बाड़मेर जिले के पचपदरा में रिफाइनरी क्षेत्र में 3 ऑक्सीजन के बड़े प्लांट हैं जो कि कमर्शियल उपयोग के लिए आते हैं. इन प्लांटों में पहले लिक्विड गुजरात से आया करता था, लेकिन अब गुजरात सरकार ने रोक लगा दी है, जिसके चलते ये प्लांट बंद पड़े हैं. ऐसी महामारी के दौर में जहां ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है, तो दूसरी ओर ऑक्सीजन के यह तीन बड़े प्लांट बंद हैं.
पढ़ें : कोरोना संक्रमण रोकने के लिए और सख्त हो जन अनुशासन पखवाड़े की गाइडलाइन : CM गहलोत
सरकार बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन लिक्विड की व्यवस्था करवा दे तो इन प्लांटों की इतनी क्षमता है कि यह तीनों प्लांट शुरू हो जाएं तो राजस्थान के कई जिलों में ऑक्सीजन की सप्लाई कर सकते हैं. फिलहाल, 3 टन का ऑक्सीजन लिक्विड का एक टैंकर मिला है. एक बार ये प्लांट शुरू हो गए तो कई गम्भीर रोगियों के लिए वरदान साबित होंगाे.