बाड़मेर. रीट परीक्षा (REET 2021) की दूसरी पारी खत्म होने के बाद परीक्षार्थी को अपने-अपने शहरों की तरफ बस में सवार होकर निकल रहे थे. इसी दौरान रात 8 बजे के आसपास बाड़मेर जिला मुख्यालय के पास रोडवेज बस डिपो पर सवारी चढ़ाने को लेकर विवाद हो गया. जिसमें निजी बस पर पथराव किया गया.
आरोप है कि रोडवेज डिपो में शराब के नशे में रोडवेज कर्मियों ने निजी बस पर पथराव कर दिया. बस चालक का आरोप है कि वह निजी बस स्टैंड से गंगानगर के लिए सवारी भरकर रवाना हो रहा था. इसी दौरान कुछ अभ्यर्थियों ने कहा कि हमारे साथी बस स्टैंड पर खड़े इंतजार कर रहे हैं. इसी पर बस को निजी रोडवेज डिपो पर ले जाया गया, जहां पर रोडवेज डिपो के कर्मचारियों ने पथराव कर दिया. जिसके बाद घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. इस दौरान ऐसा बताया जा रहा है कि एक परीक्षार्थी और बस चालक के सिर में हल्की चोट भी आई हैं.
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इस पूरे मामले में बाड़मेर आगार के मुख्य प्रबंधक उमेश नागर ने बताया कि जिला प्रशासन ने निजी बसों के लिए अलग से स्थाई बस स्टैंड बनाया था. मीटिंग में भी यही तय हुआ था. रोडवेज बस से बस स्टैंड से रवाना होगी. इसके बावजूद निजी बस वाले बस स्टैंड पर आकर अव्यवस्था कर रहे हैं. मेरी बस रोडवेज वर्कशॉप में ले जा रहे थे. इस दौरान कर्मचारियों ने उन्हें रोक कर बस स्टैंड से बाहर भेजा गया. जिस तरह की भी आरोप लगा रहे हैं, वह सारे निराधार है. यह आपसी रंजिश का मामला है और कुछ भी नहीं है. बेवजह हम पर आरोप लगाए जा रहे हैं.
घटना की सूचना मिलने पर बाड़मेर प्रशासन की ओर से बाड़मेर के तहसीलदार प्रेमाराम मौके पर पहुंची. मामले की पूरी जानकारी ले कर मामले को शांत करवाया और बस को रवाना करवाया.
ट्रांस्पोर्टेशन में दिखा अव्यवस्था
रीट परीक्षा के परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने में परेशानी ना हो, इसके लिए सरकार ने फ्री ट्रांसपोर्टेशन सर्विस की थी. इस यातायात सुविधा में कई जगहों पर अव्यवस्था देखने को मिली. कहीं बस और ट्रेन खाली ही दिखी तो कहीं भीड़ इतनी थी कि अभ्यर्थियों को जान जोखिम में डालकर बस की छतों पर यात्रा करना पड़ा.
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जिला प्रशासन ने एग्जाम स्पेशल ट्रेन अभी रेलवे के जरिए चलवाई थी लेकिन झालावाड़ और जयपुर गई ट्रेनों में पर्याप्त संख्या में अभ्यर्थी यात्रा करने ही नहीं पहुंचे. शाम 6:45 बजे झालावाड़ के लिए रवाना हुई. ट्रेन में जहां पर महज 50 से 60 ही अभ्यर्थी सफर करने के लिए पहुंचे थे. 7:20 पर जयपुर गई ट्रेन में यह संख्या 300 के आसपास थी. ऐसे में पूरी तरह से जो कुछ ट्रेनों के थे, वह खाली थे. जबकि इनकी क्षमता 1200 से भी ज्यादा है.
दूसरी तरफ अस्थाई बस स्टैंड बनाकर अभ्यर्थियों को निशुल्क यात्रा करवाने के लिए भी जिला प्रशासन ने कई बसों को अधिग्रहण कर महाराव उम्मेद सिंह स्टेडियम व कॉमर्स कॉलेज मैदान में खड़ा कर लिया था, लेकिन इनमें से अधिकांश बसें संचालित नहीं हो पाई.
कोटा जिले की बात की जाए तो 142 सेंटरों पर करीब दोनों पारियों में 80 फ़ीसदी उपस्थिति रही है. यानी कि करीब 70 हजार के आसपास विद्यार्थियों ने भाग लिया. पहली पारी में 44863 अभ्यर्थियों में जहां पर करीब 36525 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है. उसी तरह से दूसरी पारी में पंजीकृत 46003 अभ्यर्थियों में से 36565 ही परीक्षा देने के लिए सेंटर पर पहुंचे हैं. यानी की पहली पारी में जहां पर 81.41 और दूसरी पारी में 79.48 तीसरी अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है.