बाड़मेर. शारदीय नवरात्रि की आज से शुरुआत हो चुकी है. अगले 9 दिनों तक मंदिरों में देवी की विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी. इस मौके पर हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें पाकिस्तान के हिंगलाज शक्तिपीठ से लाई गई अखंड ज्योत रोशन हो रही है. नवरात्रि में यहां सैकड़ों की संख्या में लोग दर्शन करते हैं. यह शक्तिपीठ लोगों की बड़ी आस्था का केंद्र है.
पाकिस्तान के हिंगलाज माता मंदिर के बारे में आप सब ने सुना ही होगा. पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में स्थित इस मंदिर को माता के 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है. इस मंदिर के साथ लाखों लोगों की आस्था जुड़ी है. इसी शक्तिपीठ के एक स्वरूप के रूप में राजस्थान के सीमावर्ती बाड़मेर जिले में स्थित हिंगलाज शक्तिपीठ को देखा जाता है. इस मंदिर के पुजारी स्वरूप जोशी बताते हैं कि खत्री समाज की ओर से इस मंदिर का निर्माण करवाया गया था. माता के हर भक्त का पाकिस्तान में जाना संभव नहीं, इसलिए बलूचिस्तान के मुख्य हिंगलाज मंदिर से एक अखंड ज्योत बाड़मेर शहर के हिंगलाज मंदिर में ट्रेन के जरिए लाई गई थी, जो लगातार 5 सालों से अनवरत जल रही है.
दर्शन के लिए अन्य प्रदेशों से आते हैं श्रद्धालु : उन्होंने बताया कि इस मंदिर में 36 कौम के लोग प्रतिदिन दर्शन के लिए आते हैं. नवरात्रि में राजस्थान के अलग-अलग इलाकों के अलावा गुजरात व महाराष्ट्र से भी हजारों लोग अखंड ज्योति के दर्शन के लिए आते हैं. नवरात्रि में माता हिंगलाज की विधिवत रूप से पूजा अर्चना की जाती है. स्थानीय पीतांबर खत्री ने बताया कि नवरात्र में साधना के लिए विशेष रूप धार्मिक अनुष्ठान होते हैं.
माता के दर्शन के लिए पाकिस्तान जाते थे भक्त : भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस ट्रेन हिंगलाज माता के भक्तों के लिए सरल एवं सुगम रही है. थार एक्सप्रेस के संचालन के समय बड़ी संख्या में लोग माता हिंगलाज के दर्शन के लिए पाकिस्तान जाते थे, लेकिन थार एक्सप्रेस के संचालन पर वर्तमान में रोक लगे होने के कारण अब श्रद्धालुओं का पाकिस्तान के बलूचिस्तान में स्थित हिंगलाज शक्तिपीठ के दर्शन के लिए जाना मुश्किल हो गया है. ऐसे में अब श्रद्धालु बाड़मेर के हिंगलाज शक्तिपीठ में दर्शन करने पहुंचते हैं.