बाड़मेर. जिले में नगर परिषद की साधारण सभा की बैठक गुरुवार को नगर परिषद करेले के दीनदयाल उपाध्याय सभा भवन में आयोजित हुई. जिसकी अध्यक्षता नगर परिषद के सभापति दिलीप माली की ने की. इस बैठक में विधायक मेवाराम जैन भी मौजूद रहे. बैठक की शुरुआत में ही पक्ष और विपक्ष के बीच जबरदस्त तरीके से हंगामा हुआ. इस मीटिंग से मीडिया को दूर रखने का प्रयास किया गया.
वहीं, इस हंगामे के बीच कई एजेंडे पास किए गए और विपक्ष ने भी वर्क आउट कर दिया. इन सभी मामलों को लेकर नगर परिषद के नेता प्रतिपक्ष पृथ्वी चांडक ने कहा कि कई महीनों के बाद आयोजित हुई बोर्ड मीटिंग में जो एजेंडे रखे गए थे, वह आधे-अधूरे और बिना पत्रावली के थे. उन्होंने कहा कि जो एजेंट दे रखे जाते हैं. उसको लेकर पहले चर्चा की जाती है, लेकिन उन्होंने किसी तरह की कोई चर्चा नहीं की और ना हमें पत्रावलीया दिखाई.
उन्होंने कहा कि मीडिया को बैठने के लिए उपयुक्त स्थान और कवरेज करने से दूर रखा गया. जबकि बोर्ड मीटिंग की बात मीडिया के माध्यम से ही आमजन तक पहुंचती है. उन्होंने कहा कि कुछ संवेदनशील मुद्दे थे. इसलिए मीडिया को आने नहीं दिया गया और हम लोगों की बात मीटिंग में सुनने को तैयार नहीं थे. इसलिए हमने मीटिंग से वॉक आउट कर दिया.
वार्ड 20 से भाजपा पार्षद दरिया चौधरी ने कहा कि महिला पार्षदों की बात को सुनने को तैयार नहीं. साथ ही कहा कि वार्ड में किसी तरह का कोई विकास कार्य नहीं हुआ है और वे अपनी बात कहना चाहते थे लेकिन वह कहते हैं कि लिखित में दो. बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि मीडिया को इस मीटिंग से दूर नहीं रखा गया. कोविड-19 की वजह से बैठने की व्यवस्था नहीं हो पाई और विपक्ष के पार्षदों को बोलने का पूरा मौका दिया गया. उन्हें पूरा समय दिया गया लेकिन वह मुद्दे की बात की वजह सिर्फ हंगामा कर रहे थे.
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उन्होंने कहा कि बंद दरवाजे में किसी तरह की कोई मीटिंग आयोजित नहीं की गई. वहीं, नगर परिषद के सभापति दिलीप माली ने कहा कि बंद दरवाजे में कोई मीटिंग नहीं की गई. हो सकता है, किसी के आते जाते दरवाजा बंद हो गया हो. इस बारे में कुछ कह नहीं सकते और उन्होंने कहा कि कोविड-19 की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवानी थी. इसलिए सेटिंग व्यवस्था उस हिसाब से करवाई गई, क्योंकि इस सभागार में इतनी जगह नहीं थी. उन्होंने कहा कि विपक्ष पूरी तरह से निराधार आरोप लगा रहा है. जबकि बिना भेदभाव के विकास कार्य करवाए गए.