बाड़मेर. जिले के पचपदरा में आरटीआई कार्यकर्ता जगदीश गोलियां की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में जिला अधिवक्ता संघ के अधिवक्ताओं, आरटीआई कार्यकर्ताओं, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम बाड़मेर जिला कलेक्टर अंशदीप और एसपी शरद चौधरी को ज्ञापन सौंपा.
वहीं, ज्ञापन में पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी दिलाने के साथ पूरे घटनाक्रम की सीबीआई जांच करवाने और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की. इसी तरह आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष जोगाराम ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर उक्त मामले की सीबीआई जांच करवाने और उक्त मामले के जांच अधिकारी बदलने की मांग की.
इस दौरान आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष ने कहा कि यदि उक्त मांगे नहीं मानी गई तो 12 अक्टूबर को स्वैच्छिक बाड़मेर बंद का आह्वान किया जाएगा. अगर फिर भी उनकी मांगे नहीं मानी गई तो 14 अक्टूबर से आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष जोगाराम की ओर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी.
गौरतलब है कि शनिवार को जमीन विवाद के मामले में पचपदरा पुलिस ने 3 लोगों को 151 धारा के तहत हिरासत में लिया था. जिसमें से दो लोगों की रविवार सुबह जमानत हो गई. वहीं, जगदीश की तबीयत खराब होने के कारण उन्हें नाहटा अस्पताल ले जाया गया. यहां उन्हें चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.
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बता दें कि परिवार की ओर से यह आरोप लगाया जा रहा है कि पुलिस की लापरवाही के चलते जगदीश की मौत हुई है. जिसके बाद जिला पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए पचपदरा एसएचओ को निलंबित करने के साथ पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया था.
उक्त मामले में पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि बाड़मेर शहर के महावीर नगर निवासी जगदीश गोलियां पिछले कई सालों से आरटीआई कार्यकर्ता के तौर पर सक्रिय थे और वह पुलिस और प्रशासन की सूचनाएं मांगते रहते थे.