बाड़मेर. राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने शनिवार को बाड़मेर जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिले में कोरोना संक्रमण के रोकथाम के उपायों की विस्तृत समीक्षा की. इस दौरान विधायक मेवाराम जैन भी मौजूद रहे. इस मौके पर राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने तमाम उपायों के बावजूद जिले में कोरोना संक्रमण मे कमी नहीं आ रही है एवं लगातार इसके रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है.
प्रतिदिन जिला चिकित्सालय में भर्ती होने वाले गंभीर रोगियों की संख्या डिस्चार्ज होने वाले मरीजों से ज्यादा है जो कि बेहद चिंता का विषय है. उन्होंने आशंका जताई है कि यही स्थिति रही तो 15 मई तक जिले में चिकित्सा संसाधनों की कमी उत्पन्न हो सकती हैं. राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने कोरोना रोकथाम के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत जताई.
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उन्होंने कहा कि कोरोना रोगियों की पहचान एवं तुरंत उपचार अति आवश्यक है. जैसे ही खांसी जुकाम अथवा आईएलआई के लक्षण दिखाई दे तो आरंभिक स्तर पर ही उपचार शुरू कर दिया जाए जिससे मरीज को गंभीर अवस्था में जाने से रोका जा सके. उन्होंने इस बात की भी चिंता जताई कि जिला चिकित्सालय में लगातार गंभीर अवस्था में कोरोना के रोगी पहुं रहे हैं.
राजस्व मंत्री हरीश चौधरी विधायक मेवाराम जैन और जिला कलेक्टर लोक बंधु ने कोविड-19 से उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर राज्य की एवं निजी चिकित्सालयों में ऑक्सीजन सपोर्टेड आईसीयू एवं संसाधन की उपलब्धता तथा को भी संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए किए जा रहे प्रबन्धों की समीक्षा की इस दौरान विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि जिले को प्राप्त हो रही ऑक्सीजन एवं रेमडेसीवर इंजेक्शन का बेहतर ढंग से प्रबंधन किया जाए. उन्होंने मुख्यमंत्री की नो मास्क नो मूवमेंट की पहल को आमजन के हित में जन आंदोलन में परिवर्तन करने के साथ लोगों को हेल्थ प्रोटोकॉल की सख्ती से पालना सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए.