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बाड़मेर: 3 साल बाद कलेक्टर निवास के समाने फिर जलभराव, जलदाय विभाग की गलती आई सामने - बाड़मेर

पिछले तीन साल से कलेक्ट्रेट के सामने पानी जमने की समस्या को लेकर जलदाय विभाग की लापरवाही सामने आई है. मामले में नगरपरिषद के अधिकारियों ने समस्या का समाधान शीघ्र कराने की बात कही है.

कलेक्टर निवास के समाने जलभराव की हकीकत आई सामने
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Published : Jul 24, 2019, 8:52 PM IST

बाड़मेर. जिला कलेक्टर के निवास के सामने जलदाय विभाग की गलती आई सामने आ गई है. वहीं नगर परिषद के अधिकारियों का कहना है कि यह फॉल्ट जलदाय विभाग का था हमारा नहीं. उन्होंने जल्द ही इस समस्या का समाधान कराने की बात कही है.

बाड़मेर कलेक्टर निवास के समाने जलभराव की हकीकत आई सामने

दरअसल, पिछले 3 साल से लगातार बाड़मेर जिला कलेक्टर के निवास के आगे बार-बार पानी इकट्ठा हो जाता था बारिश के मौसम में तो यह हाल ताकि पानी 3 से 4 फीट तक ही खड़ा हो जाता था. आने-जाने में जबरदस्त दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. लेकिन इन सब को लेकर कई बार जलदाय विभाग नगर परिषद और अन्य विभागों द्वारा यह देखा गया कि आखिर पानी का फोल्डर कहां है लेकिन कोई भी समाधान नजर नहीं आया.

इस पूरे मामले को लेकर नगर परिषद ने पहले ही अपना पल्ला झाड़ लिया था. उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि इसमें मेरी कोई गलती नहीं है. यह फोल्डर जलदाय विभाग का है, लेकिन जलदाय विभाग फोल्ड को मानने को तैयार नहीं था. गुरुवार को आखिर इसका रहस्य खुल गया. जिला कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद जलदाय विभाग और नगर परिषद में संयुक्त रूप से जेसीबी से खुदाई की तो यह पता चला कि जलदाय बाग की लाइन अंदर से लीकेज होने के कारण पानी इकट्ठा हो जाता था.

इस रोड पर दिन में सैकड़ों वाहन आते जाते हैं. बारिश के समय तो लोगों का बड़ा बेहाल हो जाता है. ऐसे में अब लोगों को इस बात की उम्मीद जगी है कि इस बार बारिश में से पहले नगर परिषद और जलदाय विभाग इस फॉल्ट को दोस्त कर देंगे. ताकि जिला कलेक्टर के निवास के आगे पानी इकट्ठा ना हो. वहीं नगर परिषद के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान अब पूरा कर दिया जाएगा. यह फॉल्ट जलदाय विभाग का था हमारा नहीं.

बाड़मेर. जिला कलेक्टर के निवास के सामने जलदाय विभाग की गलती आई सामने आ गई है. वहीं नगर परिषद के अधिकारियों का कहना है कि यह फॉल्ट जलदाय विभाग का था हमारा नहीं. उन्होंने जल्द ही इस समस्या का समाधान कराने की बात कही है.

बाड़मेर कलेक्टर निवास के समाने जलभराव की हकीकत आई सामने

दरअसल, पिछले 3 साल से लगातार बाड़मेर जिला कलेक्टर के निवास के आगे बार-बार पानी इकट्ठा हो जाता था बारिश के मौसम में तो यह हाल ताकि पानी 3 से 4 फीट तक ही खड़ा हो जाता था. आने-जाने में जबरदस्त दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. लेकिन इन सब को लेकर कई बार जलदाय विभाग नगर परिषद और अन्य विभागों द्वारा यह देखा गया कि आखिर पानी का फोल्डर कहां है लेकिन कोई भी समाधान नजर नहीं आया.

इस पूरे मामले को लेकर नगर परिषद ने पहले ही अपना पल्ला झाड़ लिया था. उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि इसमें मेरी कोई गलती नहीं है. यह फोल्डर जलदाय विभाग का है, लेकिन जलदाय विभाग फोल्ड को मानने को तैयार नहीं था. गुरुवार को आखिर इसका रहस्य खुल गया. जिला कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद जलदाय विभाग और नगर परिषद में संयुक्त रूप से जेसीबी से खुदाई की तो यह पता चला कि जलदाय बाग की लाइन अंदर से लीकेज होने के कारण पानी इकट्ठा हो जाता था.

इस रोड पर दिन में सैकड़ों वाहन आते जाते हैं. बारिश के समय तो लोगों का बड़ा बेहाल हो जाता है. ऐसे में अब लोगों को इस बात की उम्मीद जगी है कि इस बार बारिश में से पहले नगर परिषद और जलदाय विभाग इस फॉल्ट को दोस्त कर देंगे. ताकि जिला कलेक्टर के निवास के आगे पानी इकट्ठा ना हो. वहीं नगर परिषद के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान अब पूरा कर दिया जाएगा. यह फॉल्ट जलदाय विभाग का था हमारा नहीं.

Intro:बाड़मेर
3 साल बाद बाड़मेर जिला कलेक्टर के निवास के आगे पानी इकट्ठा होने का खुला रहस्य जलदाय विभाग की गलती आई सामने
पिछले 3 साल से लगातार बाड़मेर जिला कलेक्टर के निवास के आगे बार-बार पानी इकट्ठा हो जाता था बारिश के मौसम में तो यह हाल ताकि पानी 3 से 4 फीट तक ही खड़ा हो जाता था और आने-जाने में जबरदस्त दिक्कतों का सामना करना पड़ता था लेकिन इन सब को लेकर कई बार जलदाय विभाग नगर परिषद और अन्य विभागों द्वारा यह देखा गया कि आखिर पानी का फोल्डर कहां है लेकिन कोई भी समाधान नजर नहीं आया



Body:इस पूरे मामले को लेकर नगर परिषद ने पहले ही अपना पल्ला झाड़ लिया था और साफ तौर पर कहा था हमारा इसमें कोई फॉल्ट नहीं है यह फोल्डर जलदाय विभाग का है लेकिन जलदाय विभाग फोल्ड को मानने को तैयार नहीं था आज आखिर इसका रहस्य खुल गया जिला कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद जलदाय विभाग और नगर परिषद में संयुक्त रूप से जेसीबी से खुदाई की तो यह पता चला कि जलदाय बाग की लाइन अंदर से लीकेज होने के कारण पानी इकट्ठा हो जाता था


Conclusion:इस रोड पर दिन में सैकड़ों वाहन आते जाते हैं बारिश के समय तो लोगों का बड़ा बेहाल हो जाता है ऐसे में अब लोगों को इस बात की उम्मीद जगी है कि इस बार बारिश में से पहले नगर परिषद और जलदाय विभाग इस फॉल्ट को दोस्त कर देंगे ताकि जिला कलेक्टर के निवास के आगे पानी इकट्ठा ना हो वही नगर परिषद के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान अब पूरा कर दिया जाएगा यह फॉल्ट जलदाय विभाग का था हमारा नहीं
bite दिलीप माथुर EXN नगर परिषद
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