बाड़मेर. जिला कलेक्टर के निवास के सामने जलदाय विभाग की गलती आई सामने आ गई है. वहीं नगर परिषद के अधिकारियों का कहना है कि यह फॉल्ट जलदाय विभाग का था हमारा नहीं. उन्होंने जल्द ही इस समस्या का समाधान कराने की बात कही है.
दरअसल, पिछले 3 साल से लगातार बाड़मेर जिला कलेक्टर के निवास के आगे बार-बार पानी इकट्ठा हो जाता था बारिश के मौसम में तो यह हाल ताकि पानी 3 से 4 फीट तक ही खड़ा हो जाता था. आने-जाने में जबरदस्त दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. लेकिन इन सब को लेकर कई बार जलदाय विभाग नगर परिषद और अन्य विभागों द्वारा यह देखा गया कि आखिर पानी का फोल्डर कहां है लेकिन कोई भी समाधान नजर नहीं आया.
इस पूरे मामले को लेकर नगर परिषद ने पहले ही अपना पल्ला झाड़ लिया था. उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि इसमें मेरी कोई गलती नहीं है. यह फोल्डर जलदाय विभाग का है, लेकिन जलदाय विभाग फोल्ड को मानने को तैयार नहीं था. गुरुवार को आखिर इसका रहस्य खुल गया. जिला कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद जलदाय विभाग और नगर परिषद में संयुक्त रूप से जेसीबी से खुदाई की तो यह पता चला कि जलदाय बाग की लाइन अंदर से लीकेज होने के कारण पानी इकट्ठा हो जाता था.
इस रोड पर दिन में सैकड़ों वाहन आते जाते हैं. बारिश के समय तो लोगों का बड़ा बेहाल हो जाता है. ऐसे में अब लोगों को इस बात की उम्मीद जगी है कि इस बार बारिश में से पहले नगर परिषद और जलदाय विभाग इस फॉल्ट को दोस्त कर देंगे. ताकि जिला कलेक्टर के निवास के आगे पानी इकट्ठा ना हो. वहीं नगर परिषद के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान अब पूरा कर दिया जाएगा. यह फॉल्ट जलदाय विभाग का था हमारा नहीं.