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बाड़मेर कलेक्टर की चौखट पर बुजुर्ग महिला की गुहार, लॉकडाउन होने से परिवार पर मंडरा रहा भोजन का संकट

बाड़मेर मे लॉकडाउन के बीच एक बुजुर्ग महिला जिला कलेक्टर के पास मदद मांगने पहुंची. लॉकडाउन के कारण महिला को काम नहीं मिल रहा. इस वजह से उसके घर में बच्चे भूखे हैं. वहीं महिला को किसी तरह की प्रशासनिक सहायता भी नहीं मिल रही.

lock down in barmer,  poor woman reached to collector, बाड़मेर में लॉक डाउन
कलेक्टर से मदद मांगने पहुंची महिला
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Published : Apr 3, 2020, 6:17 PM IST

बाड़मेर. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर राजस्थान में कई दिनों से लॉकडाउन है. जिसके चलते गरीब परिवारों की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते अब उन परिवारों में खाने-पीने के साथ कई तरह के संकट से सामना करना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला बाड़मेर में सामने आया है, जहां एक बुजुर्ग गरीब महिला जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची और मदद की गुहार लगाई.

कलेक्टर से मदद मांगने पहुंची महिला

दरअसल, बाड़मेर शहर के विष्णु नगर निवासी लहरी देवी के घर में कोई कमाने वाला नहीं है और पिछले कुछ दिनों से लॉकडाउन के चलती भी कुछ काम नहीं कर पा रही है. अब परिवार में खाने-पीने के साथ कई तरह के आर्थिक संकटों से जूझना पड़ रहा है.

ये पढ़ेंः गहलोत सरकार का बड़ा फैसला, प्रदेश में कार्यरत आशा कार्यकर्ताओं को 3 महीनों तक दी जाएगी प्रोत्साहन राशि

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बुजुर्ग गरीब लहरी देवी ने बताया कि उनके पति कई साल पहले चल बसे. बेटा था कमाने वाला वो भी अब इस संसार में नहीं है. घर में सिर्फ उनकी बहू और उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं. पहले जैसे तैसे कमा कर गुजर कर लेती थी, लेकिन महामारी के चलते अब वह काम भी नहीं कर पा रहे हैं. जिसके चलते अब घर में खाने-पीने सहित कई तरह के मुसीबतों से सामना करना पड़ रहा है.

बुजुर्ग महिला ने बताया कि वह अपने पोते के साथ नगर परिषद से लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय के बीच चक्कर काट रही हैं. लेकिन कोई मदद नहीं कर रहा है. ऐसे में उन्होंने जिला कलेक्टर से मिलकर मदद की विनती की है. इस तरह एक बुजुर्ग महिला की आंखों में आंसू देख कर तो साफ तौर पर कहा सकता है की लॉकडाउन के चलते गरीब परिवारों की स्थिति बेहद खराब है. जिम्मेदार अधिकारियों को गरीब परिवारों की मदद के लिए कोई ठोस कदम उठाए जाने चाहिए. जिससे उनको मदद मिल सके.

बाड़मेर. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर राजस्थान में कई दिनों से लॉकडाउन है. जिसके चलते गरीब परिवारों की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते अब उन परिवारों में खाने-पीने के साथ कई तरह के संकट से सामना करना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला बाड़मेर में सामने आया है, जहां एक बुजुर्ग गरीब महिला जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची और मदद की गुहार लगाई.

कलेक्टर से मदद मांगने पहुंची महिला

दरअसल, बाड़मेर शहर के विष्णु नगर निवासी लहरी देवी के घर में कोई कमाने वाला नहीं है और पिछले कुछ दिनों से लॉकडाउन के चलती भी कुछ काम नहीं कर पा रही है. अब परिवार में खाने-पीने के साथ कई तरह के आर्थिक संकटों से जूझना पड़ रहा है.

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ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बुजुर्ग गरीब लहरी देवी ने बताया कि उनके पति कई साल पहले चल बसे. बेटा था कमाने वाला वो भी अब इस संसार में नहीं है. घर में सिर्फ उनकी बहू और उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं. पहले जैसे तैसे कमा कर गुजर कर लेती थी, लेकिन महामारी के चलते अब वह काम भी नहीं कर पा रहे हैं. जिसके चलते अब घर में खाने-पीने सहित कई तरह के मुसीबतों से सामना करना पड़ रहा है.

बुजुर्ग महिला ने बताया कि वह अपने पोते के साथ नगर परिषद से लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय के बीच चक्कर काट रही हैं. लेकिन कोई मदद नहीं कर रहा है. ऐसे में उन्होंने जिला कलेक्टर से मिलकर मदद की विनती की है. इस तरह एक बुजुर्ग महिला की आंखों में आंसू देख कर तो साफ तौर पर कहा सकता है की लॉकडाउन के चलते गरीब परिवारों की स्थिति बेहद खराब है. जिम्मेदार अधिकारियों को गरीब परिवारों की मदद के लिए कोई ठोस कदम उठाए जाने चाहिए. जिससे उनको मदद मिल सके.

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