बाड़मेर. शहर के जोशीयों का निचला वास स्थित आदर्श विद्या मंदिर विद्यालय में अभिभावक सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों ने मां सरस्वती, मां भारती और ओमकार के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर की. इस दौरान बड़ी संख्या में अभिभावकों ने कार्यक्रम में शिरकत की.
वहीं कार्यक्रम के दौरान अभिभावकों ने अपनी बात रखते हुए कई सुझाव दिए. समारोह को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने बालकों के विकास में माता-पिता और गुरुजनों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में विस्तारपूर्वक बताया.
मुख्य वक्ताओं ने कहा, कि बालक का विकास तभी संभव है, जब अभिभावक और शिक्षक दोनों मिलकर प्रयास करें. उन्होंने कहा, कि हमें ऐसा बालक तैयार करना है, जो शिक्षित होने के साथ-साथ संस्कारवान भी हो और अपनी भारतीय संस्कृति का रक्षक हो. उन्होंने कहा, कि बालक को पर्याप्त मात्रा में खेलने का समय दें. जिससे विकास संभव हो सके.
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए विद्यालय आचार्य पंकज भाटी ने बताया, कि हर साल अभिभावक सम्मेलन का आयोजन विद्यालय में किया जाता है. जिसमें विद्यार्थियों के अभिभावकों को बुलाया जाता है. इस सम्मेलन के माध्यम से आदर्श संस्कार बताए जाते हैं. जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके.
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उन्होंने बताया, कि इस अभिभावक सम्मेलन के जरिए अभिभावक विद्यालय में आकर अपने बच्चों के बारे में जानकारी देते हैं और अपने सुझाव देते हैं. उन सुझावों के जरिए हम और इंप्रूवमेंट करने की कोशिश करते हैं.