बाड़मेर. प्रदेश में गहलोत सरकार के 2 साल का कार्यकाल पूरा होने के मौके पर जहां उपलब्धियां गिनाई जा रही हैं, वहीं भाजपा के ओबीसी मोर्चा ने इस कार्यकाल को पूरी तरह फेल करार दिया है. सोमवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. राज्यपाल के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओपी बिश्नोई को ज्ञापन भी सौंपा गया.
भाजपा ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष आदुराम मेघवाल के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश विश्नोई को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता भी मौजूद थी. अध्यक्ष आदुराम मेघवाल ने कहा कि 2 साल के कांग्रेस के कार्यकाल में कुछ काम नहीं हुआ. मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार को बचाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने 10 दिनों में समस्त किसानों की कर्ज माफ करने की बात कही थी, लेकिन आज भी सरकारी बैंक, ग्रामीण बैंक, वाणिज्य बैंक के 22 लाख किसान कर्जा माफी के लिए दर-दर की ठोकर खा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में बिजली की वीसीआर, बिजली के बिल और बीज खाद ने किसानों को परेशान रखा. उन्होंने सरकार से किसानों की खराब फसलों की गिरदावरी कराने और हर किसान को 10 हजार तक का मुआवजा देने की मांग की. साथ ही फसल कीटनाशक दवा निशुल्क उपलब्ध करवाने की भी मांग की.
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मेघवाल ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर वैट की बढ़ोतरी करके महंगाई को बढ़ाया है. भाजपा के शासन काल में पेट्रोल पर 26% वैट था, जबकि वर्तमान कांग्रेस सरकार ने इस वैट को 38% और डीजल में 18% से बढ़ाकर 28% कर दिया है. पूरे देश में पेट्रोल डीजल पर सर्वाधिक वैट राजस्थान में है. कांग्रेस ने अपने जन घोषणापत्र में पेट्रोल डीजल पर वेट कम करने की बात कही थी, लेकिन अब राजस्थान की जनता के साथ कुठाराघात कर रही है. उन्होंने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि उपयुक्त सभी समस्याओं का तुरंत प्रभाव से समाधान कर आम जनता को राहत दें. अन्यथा जनता के हितों के लिए हम यह लड़ाई गांव गांव ढाणी से लेकर राजधानी तक लेकर जाएंगे.