बाड़मेर. देश के अलग-अलग हिस्सों से आकर राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में रह रहे हजारों श्रमिकों को देशव्यापी लॉकडाउन के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. मध्य प्रदेश के कई मजदूर बाड़मेर में फंसे हुए हैं. इन मजदूरों के पास रोजगार नहीं है और पिछले एक-दो महीने मे उन्होंने जो कुछ भी बचाया था वह खत्म हो गया है. अब ऐसे में उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और वह अब अपने घर वापस जाना चाहते हैं लेकिन, अभी उनके घर वापसी की रहा कहीं नजर नहीं आ रही है.
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जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के सेड़वा के साता गांव मे भारतमाला प्रोजेक्ट में काम कर रहे मध्यप्रदेश के मजदूरों ने पिछले 24 से 36 घंटे लगातार 130 किलोमीटर पैदल चलकर महिलाएं बच्चे और पुरुष करीबन 15 -20 सदस्य बाड़मेर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे.उन्होंने बताया कि हमारे पास कमाए हुए पैसे जीतने थे वह लॉकडाउन के दौरान खर्च कर दिए. अब हमारे पास खाने-पीने के लिए कुछ भी नहीं है यहां का प्रशासन ग्राम सेवक और सरपंच कुछ भी हमारी मदद नहीं कर रहे हैं.
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मध्य प्रदेश के मजदूरों का आरोप है कि हम काम करने के लिए मध्यप्रदेश से बाड़मेर आए थे, जहां पर साता गांव में ब्लॉक बनाने का काम करते थे. इस दौरान लॉकडाउन हो गया और हम बिना कुछ काम किए बैठे थे. मजदूरों में महिलाएं बच्चे और पुरुष सहित कुल 20 सदस्य हैं, जो पैदल चलकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे हैं. उनका कहना है कि प्रशासन उन्हें अनुमति दें तो ठीक वरना वो यहां से पैदल रवाना होकर मध्य प्रदेश अपने गांव पैदल जाएंगे. उनकी जिला प्रशासन से यही मांग है कि वो उनको गांव तक पहुंचाये.