बाड़मेर. बिहार चुनाव में जबरदस्त सफलता के बाद ओवैसी की पार्टी अब राजस्थान में चुनाव को लेकर मन बना रही है. इसी बात को लेकर कांग्रेस खेमे में जबरदस्त तरीके से हलचल देखी जा रही है. बुधवार को पहली बार राजस्थान कांग्रेस की सचिव और अल्पसंख्यक नेत्री शमा बानो ने कहा कि पार्टियां इन दिनों नई बहुत सारी बन रही हैं और ओवैसी की पार्टी से कांग्रेस को राजस्थान में कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है. इस दौरान शमा बानो ने राजस्थान के चौहटन विधानसभा में कांग्रेस की हार पर भी अपनी बात रखी.
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बाड़मेर जिले के चौहटन विधानसभा में पहली बार कांग्रेस को इतनी बड़ी पंचायती राज चुनाव में हार हुई है कि दो पंचायत समितियों पर बीजेपी का कब्जा हो गया है. वहीं जिला परिषद सदस्य सीटों पर बीजेपी का कब्जा हो गया है. ऐसा माना जा रहा था कि अब्दुल हादी परिवार और कांग्रेस की विधायक पदमाराम मेघवाल दोनों के बीच सीटों को लेकर तकरार थी और उसी का नतीजा है कि कांग्रेस को इतनी बड़ी हार का सामना करना पड़ा. इस पर दूसरी बार प्रधान बनी शमा बानो ने कहा कि चुनाव के समय सीटों को लेकर तकरार होती रहती है, लेकिन विधायक साहब और हमारे परिवार की रिश्ते अच्छे हैं.
इस दौरान प्रधान शमा बानो ने कहा कि चौहटन विधानसभा में पंचायती राज चुनाव के परिणाम को लेकर वह संगठन पर भी अपना फीडबैक देंगी. प्रधान शमा बानो को इस बात का बेहद गम है कि उनके पति जिला प्रमुख नहीं बन पाए.
गौरतलब है कि पंचायती राज चुनाव से पहले ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस जिला प्रमुख के लिए गफूर अहमद को बना सकती है, लेकिन परिणाम रोचक होने के बाद गफूर अहमद की जगह महेंद्र चौधरी को कांग्रेस ने अपना जिला प्रमुख बना दिया और इस बात का प्रधान शमा बानो को गम भी है, क्योंकि उनका कहना है कि वहां की जनता चाह रही थी कि इस बार जिला प्रमुख! शमा बानो सचिन पायलट टीम में प्रदेश सचिव के साथ 2010से 2015 तक प्रधान रह चुकी हैं. वहीं वर्तमान में भी धनाऊ से प्रधान हैं.