बाड़मेर. जिले के सरहदी क्षेत्र के कुम्हारों का टीबा सज्जन का पार रामसर का निवासी गेमराराम मेघवाल 4 नवम्बर 2020 को किन्ही कारणों से अवैध रूप से पाकिस्तान चला गया था. उसके घर वाले पिछले तीन महिनों से भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक तीन महीने बीत जाने के बाद भी गेमराराम पाकिस्तान जेल में बन्द है. ऐसे ही में गेमराराम के बुजुर्ग मां-बाप अपने बेटे को वापस वतन लाने की मांग कर रहे हैं.
पाक जेल में बंद गेमराराम की रिहाई की मांग लगातार तेज हो रही है. शुक्रवार को श्री नाथ सेना बाड़मेर के कार्यकर्ताओं ने विदेश मंत्री, भारत सरकार के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर बाड़मेर को ज्ञापन सौंप कर गेमराराम की जल्द रिहाई की मांग की गई. श्री नाथ सेना अध्यक्ष प्रवीण सिंह आगोर ने बताया कि पिछले तीन महीनों से हर कोई गेमराराम की रिहाई को लेकर मुहिम चला रहे हैं. बाड़मेर जैसलमेर के सांसद जो भारत सरकार के मंत्री भी हैं, फिर भी गेमराराम की रिहाई नहीं हो रही है.
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नरपत सिंह गेंहू ने कहा कि भारत की बीएसएफ ने यह स्वीकार किया है कि गेमराराम सीमा पर कर पाकिस्तान चला गया है. पाकिस्तान के रेंजरों द्वारा यह बताया गया कि गेमराराम को हमने पकड़ा है और वह पाकिस्तान की जेल में बन्द है. अभी कुछ दिन पूर्व पाकिस्तान से दो लड़कियां सीमा पार कर भारत आ गईं थी. उनको मानवीय आधार पर भारत सरकार ने 24 घंटे के अन्दर पाकिस्तान को वापस सौंप दिया था. भारत सरकार को भी मानवीय आधार पर गेमराराम की रिहाई की मांग पाकिस्तान से करनी चाहिए. समुन्द्र सिंह देदुसर ने कहा कि भारत सकरकार 30 दिनों के अन्दर गेमराराम मेघवाल की रिहाई नहीं करवाती है तो श्री नाथ सेना के कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन व आंदोलन करेगी.