दुबई : इजराइली सैनिकों ने रविवार तड़के इजराइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में मीडिया संस्थान अल जजीरा के कार्यालय पर छापा मारा. साथ ही वहां मौजूद लोगों को तत्काल काम बंद करने का आदेश दिया. ऑफिस में जैसे ही इजराइल के सैनिक घुसे तो उनमें से एक ने वहां मौजूद स्टाफ से अरबी में कहा, 'अभी के अभी सारे कैमरे उठाओ और यहां से निकल जाओ.'
वहीं, अल जजीरा ने अपने अरबी भाषा के चैनल पर इजराइली सैनिकों के एक फुटेज का सीधा प्रसारण किया जिसमें ये सैनिक दफ्तर को 45 दिन तक बंद रखने का आदेश दे रहे हैं. बता दें कि अल जजीरा गाजा पट्टी में इजराइल-हमास युद्ध का प्रसारण कर रहा है.
इससे पहले भी इजराइल ने पूर्वी यरुशलम में अल जजीरा के कार्यालय पर छापा मारा था, उसके उपकरण जब्त कर लिए थे. साथ ही इजराइल में उसके प्रसारण पर रोक लगा देने के साथ ही उसकी वेबसाइट्स पर भी पाबंदी लगा दी थी.
इजराइली सेना ने 12 घंटे बाद छापे की बात स्वीकारी
वहीं अल जजीरा पर छापे की बात इजराइली सेना ने 12 घंटे बाद स्वीकार की. वहीं बिना सबूत दिए आरोप लगाया कि न्यूज़रूम का इस्तेमाल आतंकवाद को भड़काने, आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने के लिए किया जा रहा था और चैनल के प्रसारण से ... सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था को खतरा है. वहीं अल जजीरा ने इस कदम की आलोचना की है और वह पड़ोसी देश जॉर्डन के अम्मान से प्रसारण कर रहा है.उसने कहा कि इज़राइली सैनिकों ने रामल्लाह में इसके कार्यालय के दरवाज़े बंद कर दिए और इसके उपकरण जब्त कर लिए. अल जज़ीरा ने कहा कि अपने कवरेज को चुप कराने के प्रयासों से वह नहीं डरेगा या विचलित नहीं होगा.
सशस्त्र इजराइली सैनिकों ने कार्यालय में प्रवेश करने के साथ ही एक रिपोर्टर को लाइव ऑन एयर बताया कि इसे बंद कर दिया जाएगा. साथ ही कहा कि कर्मचारियों को स्थान तुरंत छोड़ने की जरूरत है. बाद में नेटवर्क ने दिखाया कि इज़राइली सैनिकों ने अल जज़ीरा कार्यालय द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली बालकनी पर एक बैनर फाड़ दिया. अल जज़ीरा ने कहा कि इसमें एक फ़िलिस्तीनी-अमेरिकी पत्रकार शिरीन अबू अकलेह की एक छवि थी, जिसकी मई 2022 में इज़राइली बलों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
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