बाड़मेर. राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी बयानबाजी तेज गई है. बीजेपी के जेल भरो आंदोलन पर सीए गहलोत की टिप्पणी पर प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने पलटवार किया है. सीएम को बयान को उनकी छोटी सोच का परिणाम बताया है.
दरअसल बीजेपी ने उम्मीदवारों को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ रामशुमारी कर रही है. प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया को बाड़मेर और जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का फीडबैक और लोकसभा उम्मीदवारों की रायशुमारी के लिए भेजा गया है.
रविवार को बाड़मेर जिले के बालोतरा कस्बे में लोकसभा चुनावों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने रविवार को बैठक लेकर कार्यकर्ताओं में जोश भरा. उन्होंने विधानसभा चुनावों की हार को भूल कर लोकसभा की तैयारी में कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर लगने की नसीहत दी.
विधानसभा चुनावों में बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र से 8 विधानसभा में साथ में करारी शिकस्त मिलने के बाद लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बीजेपी ने अपनी कमर कस ली है. बीजेपी में लोकसभा की तैयारियों को लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया अपने एकदिवसीय लोकसभा प्रवास मीटिंग के लिए बाड़मेर पहुंचे. जहां बालोतरा उपखण्ड में कार्यकर्ता और पदाधिकारियों की बैठक लेकर कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर कमल के फूल के लिए जुट जाने की बात कही.
वहीं कटारिया ने बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं को कहा कि विधानसभा चुनाव की हार को भूल कर आज देश की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट करना चाहती है. उन्होंने कहा कि जनता का रुख भाजपा की तरफ है. कटारिया ने कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाकर केंद्र सरकार की योजनाओं का आमजन के बीच पहुचाने की बात कही. उन्होंने कार्यकर्ताओं को अपने आपसी मनमुटाव को भुलाकर राष्ट्र निर्माण के लिए भाजपा के लिए वोट मांगने की बात कही. साथ ही उन्होंने आगामी 8 फरवरी को भाजपा के जेल भरो आंदोलन पर मुख्यमंत्री के दिए ताजा बयान को गहलोत की छोटी बुद्धि का परिणाम बताया है.
दरअसल एक ओर जहां कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया में है, वहीं भाजपा के लिए बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को मनाना बड़ी चुनोती है. ऐसे में इस चुनौती से आगे बढ़कर चुनाव जीतना बड़ा लक्ष्य है.