बाड़मेर. बहुचर्चित कमलेश प्रजापत एनकाउंटर मामले में पुलिस की कार्रवाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं. कमलेश प्रजापत हत्याकांड संघर्ष समिति के अध्यक्ष बलराम प्रजापत ने प्रेस वार्ता कर पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले के CCTV फुटेज सामने आने के बाद लोगों में जबरदस्त आक्रोश है.
CBI जांच की मांग
बलराम प्रजापत के मुताबिक इस मामले को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि भी सीबीआई(CBI) जांच की मांग कर चुके हैं. इस पूरे मामले में पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष समिति का गठन किया गया है. इस मामले को लेकर हमारा प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उनसे इस मामले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग करेंगे. उन्होंने कहा कि पुलिस ने एनकाउंटर के बाद जो कमलेश के घर से पैसे और गाड़ियां बरामद की है, वह तस्करी के पैसे नहीं हैं. बल्कि वह लैंड लूजर था और उसकी केके एंटरप्राइज नाम से कंपनी है. जिसका सालाना करीब तीन करोड़ का टर्नओवर है.
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कॉल रिकॉर्ड खंगालें तो हो सकते हैं बड़े खुलासे
कमलेश की लीगल संपत्ति को भी पुलिस ने जब्त कर उसे बड़ा कुख्यात तस्कर दिखाने का प्रयास किया जबकि कमलेश पर बाड़मेर में कोई मामला नहीं है. उन्होंने कहा कि कमलेश के कॉल रिकॉर्ड खंगाले जाएं तो कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.
परिजनों पर दबाव बनाने का भी आरोप
संघर्ष समिति के राजेंद्र सिंह भियाड ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने कमलेश के परिजनों पर दबाव बनाया कि हम इस मामले में आप लोगों को भी शामिल कर देंगे. वह लोग इतने पढ़े-लिखे नहीं थे. जिसकी वजह से वह लोग डर गए. पुलिस ने उस समय जो कार्रवाई की, वह उन्होंने सहन की. क्योंकि उनके पास और कोई सहारा नहीं था. लेकिन जब सामाजिक लोगों ने सहारा दिया तो धीरे-धीरे उन्होंने अपना दर्द बयां किया.
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उन्होंने अपने दस्तावेज लाकर दिखाए कि हमारे कंपनी से जो पैसे आए थे, पुलिस ने उसे भी तस्करी के पैसे दिखाया और गाड़ियों को भी जब्त कर लिया. जबकि वह टैक्सपेयर है. इसलिए हम मांग करते हैं कि इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच करवाई जाए. तभी इस पूरे मामले में दूध का दूध और पानी का पानी होगा.