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बाड़मेर: जसोल धाम की वेबसाइट हुई लांच, भक्तों को अब ऑनलाइन दर्शन और आरती का मिलेगा लाभ

बाड़मेर के बालोतरा में भक्तों का आस्था का केंद्र माता राणी भटियाणी मन्दिर की अधिकारिक वेबसाइट का लोकार्पण सोमवार को किया गया. अब भक्तों को ऑनलाइन दर्शन और आरती का इससे लाभ मिल सकेगा. श्री राणी भटियाणी मन्दिर संस्थान के अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल ने बताया कि माजीसा के भक्तों की श्रद्धा के मद्देनजर और कोरोना की विकट महामारी को ध्यान में रखते हुए संस्थान को यह एक जरूरी कार्य महसूस हुआ.

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जसोल धाम की वेबसाइट हुई लॉन्च
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Published : May 24, 2021, 5:13 PM IST

बालोतरा (बाड़मेर). जन-जन की आस्था का केंद्र माता राणी भटियाणी मन्दिर की अधिकारिक वेबसाइट का लोकार्पण सोमवार को किया गया. वेबसाइट का लोकार्पण वरिया महंत गणेशपूरी महाराज के सानिध्य में किया गया. इस दौरान श्री राणी भटियाणी मन्दिर संस्थान के अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल ने बताया कि माजीसा के भक्तों की श्रद्धा के मद्देनजर और कोरोना की विकट महामारी को ध्यान में रखते हुए संस्थान को यह एक जरूरी कार्य महसूस हुआ, जिसे नवरात्रि में माजीसा की कृपा से क्रियान्वित किया गया और सोमवार को उसका विधि विधान से लोकार्पण किया गया.

जसोल धाम की वेबसाइट हुई लॉन्च

वहीं, ट्रस्ट अध्यक्ष ने बताया कि लाखों लोगों की आस्था का केंद्र श्री राणी भटियाणी मंदिर की वेबसाइट www.jasoldham.org के माध्यम से सर्व समाज जुड़ सकेगा. इसके साथ ही अब वेबसाइट पर सीधे आरती दर्शन की व्यवस्था भी की गई है. माजीसा के भक्त वेबसाइट के माध्यम से घर या देश विदेश कहीं पर भी बैठे दर्शनकर अपनी श्रद्धा के सुमन माजीसा को अर्पण कर सकते हैं. वहीं, जसोल धाम की वेबसाइट पर दर्शनार्थियों को सम्पूर्ण जानकारी, तमाम धार्मिक आध्यात्मिक गतिविधियों की जानकारी आमजन और भक्त भाविकों को दूर देश में भी इसके माध्यम से सुलभ होगी.

यह भी पढ़ें: राजस्थान में 'तौकते' के बाद 'यास' तूफान का भी रहेगा असर, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

इसके साथ ही वेबसाइट के माध्यम से भक्त मन्दिर के विभिन्न सोशल मीडिया हेंडल जैसे-फेसबुक, यूट्यूब और इंस्टाग्राम से जुड़कर दर्शन का लाभ ले सकते है. वहीं, इस लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान मंहत गणेशपूरी महाराज ने कहा कि कलयुग की इस चमत्कारी देवी की पूजा-आराधना सभी वर्गों के लोग 365 दिन करते आ रहे है, जिससे जसोल सोमवार “जसोलधाम शक्ति पीठ” के रूप में जाना जाने लगा हैं.

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस कठिन परिश्रम का श्रेय “रावल किशनसिंह जसोल” को जाता है, जिनके अथक प्रयासों और अपने जीवन के अनुभव से इतने कम समय में यह भव्यता लाना सम्भव हुआ हैं, मैं उनको साधुवाद स्वरूप आशीष देता हूं कि, वो स्वस्थ और दीर्घायु रहकर हमेशा मार्गदर्शन करते रहें.

यह भी पढ़ें: राजस्थान में वैक्सीन की कमी: 18 से 44 आयु वर्ग का वैक्सीनेशन 25 मई से हो सकता है प्रभावित

साथ ही उन्होंने कहा कि ट्रस्ट अध्यक्ष रावल साहब पुरानी धरोहरों का संरक्षण, वन पर्यावरण के प्रति लगाव, पीड़ितों की सेवा, जन मानस में आध्यात्मिक और धार्मिक भावना जाग्रत करने का कार्य कर रहे है, जो सराहनीय है. वहीं, वेबसाइट लोकार्पण से पूर्व मन्दिर ट्रस्ट सदस्यों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ट्रस्ट के किए कार्यों को लेकर चर्चा की और कोरोना काल के चलते ट्रस्ट मंडल की ओर से जन मानस की सेवा को लेकर किए गए कार्यों को लेकर भी संवाद किया.

इस अवसर पर वीसी से जस्टिस आर एस राठौड़, रावत त्रिभुवन सिंह बाड़मेर, कर्नल ठा.शम्भूसिंह देवड़ा (से.नि.), रावल विक्रम सिंह सिणधरी, ठा.गजेन्द्रसिंह जसोल, ठा.पुंजराज सिंह वरीय, और संस्थान मैनेजर जेठूसिंह, सहित संस्थान सुपरवाईजर भोपाल सिंह मलवा के साथ ही अन्य लोग मौजूद रहे.

बालोतरा (बाड़मेर). जन-जन की आस्था का केंद्र माता राणी भटियाणी मन्दिर की अधिकारिक वेबसाइट का लोकार्पण सोमवार को किया गया. वेबसाइट का लोकार्पण वरिया महंत गणेशपूरी महाराज के सानिध्य में किया गया. इस दौरान श्री राणी भटियाणी मन्दिर संस्थान के अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल ने बताया कि माजीसा के भक्तों की श्रद्धा के मद्देनजर और कोरोना की विकट महामारी को ध्यान में रखते हुए संस्थान को यह एक जरूरी कार्य महसूस हुआ, जिसे नवरात्रि में माजीसा की कृपा से क्रियान्वित किया गया और सोमवार को उसका विधि विधान से लोकार्पण किया गया.

जसोल धाम की वेबसाइट हुई लॉन्च

वहीं, ट्रस्ट अध्यक्ष ने बताया कि लाखों लोगों की आस्था का केंद्र श्री राणी भटियाणी मंदिर की वेबसाइट www.jasoldham.org के माध्यम से सर्व समाज जुड़ सकेगा. इसके साथ ही अब वेबसाइट पर सीधे आरती दर्शन की व्यवस्था भी की गई है. माजीसा के भक्त वेबसाइट के माध्यम से घर या देश विदेश कहीं पर भी बैठे दर्शनकर अपनी श्रद्धा के सुमन माजीसा को अर्पण कर सकते हैं. वहीं, जसोल धाम की वेबसाइट पर दर्शनार्थियों को सम्पूर्ण जानकारी, तमाम धार्मिक आध्यात्मिक गतिविधियों की जानकारी आमजन और भक्त भाविकों को दूर देश में भी इसके माध्यम से सुलभ होगी.

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इसके साथ ही वेबसाइट के माध्यम से भक्त मन्दिर के विभिन्न सोशल मीडिया हेंडल जैसे-फेसबुक, यूट्यूब और इंस्टाग्राम से जुड़कर दर्शन का लाभ ले सकते है. वहीं, इस लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान मंहत गणेशपूरी महाराज ने कहा कि कलयुग की इस चमत्कारी देवी की पूजा-आराधना सभी वर्गों के लोग 365 दिन करते आ रहे है, जिससे जसोल सोमवार “जसोलधाम शक्ति पीठ” के रूप में जाना जाने लगा हैं.

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस कठिन परिश्रम का श्रेय “रावल किशनसिंह जसोल” को जाता है, जिनके अथक प्रयासों और अपने जीवन के अनुभव से इतने कम समय में यह भव्यता लाना सम्भव हुआ हैं, मैं उनको साधुवाद स्वरूप आशीष देता हूं कि, वो स्वस्थ और दीर्घायु रहकर हमेशा मार्गदर्शन करते रहें.

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साथ ही उन्होंने कहा कि ट्रस्ट अध्यक्ष रावल साहब पुरानी धरोहरों का संरक्षण, वन पर्यावरण के प्रति लगाव, पीड़ितों की सेवा, जन मानस में आध्यात्मिक और धार्मिक भावना जाग्रत करने का कार्य कर रहे है, जो सराहनीय है. वहीं, वेबसाइट लोकार्पण से पूर्व मन्दिर ट्रस्ट सदस्यों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ट्रस्ट के किए कार्यों को लेकर चर्चा की और कोरोना काल के चलते ट्रस्ट मंडल की ओर से जन मानस की सेवा को लेकर किए गए कार्यों को लेकर भी संवाद किया.

इस अवसर पर वीसी से जस्टिस आर एस राठौड़, रावत त्रिभुवन सिंह बाड़मेर, कर्नल ठा.शम्भूसिंह देवड़ा (से.नि.), रावल विक्रम सिंह सिणधरी, ठा.गजेन्द्रसिंह जसोल, ठा.पुंजराज सिंह वरीय, और संस्थान मैनेजर जेठूसिंह, सहित संस्थान सुपरवाईजर भोपाल सिंह मलवा के साथ ही अन्य लोग मौजूद रहे.

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