बाड़मेर. जिले में घर में घुसकर विवाहिता से दुष्कर्म और फिर उसे जिंदा जलाने की दिल दहलाने वाली घटना को लेकर लोगों में जबरदस्त आक्रोश है. पीड़ित परिवार ने आर्थिक मुआवजा सहित विभिन्न मांगों को लेकर शव उठाने से इनकार कर दिया है तो वहीं, इस घटना के बाद से ही गहलोत सरकार विपक्ष के निशाने पर है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी इस वाकया को लेकर ट्वीट किया है. राजे ने लिखा कि एक बार फिर से यह स्पष्ट हो गया है कि राजस्थान में अब कोई भी सुरक्षित नहीं है.
राजस्थान में कोई भी सुरक्षित नहीं - पूर्व सीएम राजे ने ट्वीट किया कि बालोतरा में दलित महिला के साथ दुष्कर्म कर तेजाब से जलाकर मारने के मामले से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि राजस्थान में अब कोई सुरक्षित नहीं है. दलित और महिलाएं तो बिलकुल भी नहीं. उन्होंने कहा कि मानवता को शर्मसार करने वाले इस प्रकरण को एक दिन तक दबाया जाना राजस्थान में सरकार के निंदनीय और संवेदनहीन रवैये को सुस्पष्ट करता है. साथ ही राजे ने दोषियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की मांग की.
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बालोतरा में दलित महिला के साथ दुष्कर्म कर तेजाब से जला कर मारने के मामले से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि राजस्थान में अब कोई सुरक्षित नहीं है। दलित और महिलाएं तो बिलकुल नहीं।
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— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) April 8, 2023
मानवता को शर्मसार करने वाले इस प्रकरण को एक दिन तक दबाया जाना राजस्थान में सरकार के निंदनीय और…बालोतरा में दलित महिला के साथ दुष्कर्म कर तेजाब से जला कर मारने के मामले से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि राजस्थान में अब कोई सुरक्षित नहीं है। दलित और महिलाएं तो बिलकुल नहीं।
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) April 8, 2023
मानवता को शर्मसार करने वाले इस प्रकरण को एक दिन तक दबाया जाना राजस्थान में सरकार के निंदनीय और…
इधर, बालोतरा में भाजपा ने उपखंड कार्यालय बालोतरा के आगे नारेबाजी करते हुए जबरदस्त तरीके से विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, सर्व समाज के बैनर तले तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर पीड़ित परिवार को आर्थिक मुआवजा व दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की गई. वहीं, दुष्कर्म के बाद विवाहिता को थिनर डालकर जलाने के बाद उसकी जोधपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई. जिसके बाद से ही मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर नाम की कोई चीज शेष नहीं बची है. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस्तीफा दे देना चाहिए.
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उन्होंने कहा कि दुष्कर्म और उसके बाद महिला को जिंदा जलाने की इस घृणित घटना ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को पूरी तरह से उजागर कर दिया है. पूर्व मंत्री ने आगे दोषी को फांसी की सजा देने के साथ ही पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए का आर्थिक मुआवजा देने की मांग की. उन्होंने कहा कि इस मामले में लापरवाही हुई है. घटना के बाद पीड़िता को रेफर नहीं किया जा रहा था, लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध के मद्देनजर पीड़िता को रेफर किया गया, जहां शनिवार रात को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
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भाजपा के प्रदर्शन के दौरान मौके पर सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल, जिलाध्यक्ष बाबूसिंह, महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष विजय लक्ष्मी राजपुरोहित, सभापति सुमित्रा जैन समेत बड़ी संख्या में पार्टी के नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे. इधर, परिजन मुआवजे सहित अन्य मांगों को लेकर शव उठाने से इनकार कर दिए हैं. जिनकी प्रशासन के साथ हुई वार्ता में फिलहाल तक सहमति नहीं बन पाई है. अभी जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल के मॉर्चरी में मृतका का शव रखा हुआ है. साथ ही बताया जा रहा है कि परिजन अब बालोतरा में भी प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं.