बाड़मेर. जैसलमेर रोडवेज डिपो एक बस चालक का उदयपुर में रोडवेज बस की टक्कर से घायल हुए बस चालक की मौत के मामले में मृतक के परिजनों और जाट समाज के प्रतिनिधि मंडल ने बाड़मेर जिला कलेक्टर अंशदीप से मुलाकात की. परिजन मामले में चुनाव आयोग के निर्देशों अनुसार मृतक के परिजनों को परिलाभ और मृतक आश्रित को सरकारी नौकरी के साथ लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. इस पर बाड़मेर जिला कलेक्टर अंशदीप ने उन्हें उचित कार्रवाई का भरोसा दिया.
क्या था पूरा मामला...
पंचायती राज चुनाव के दौरान ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों को वापस छोड़ने के लिए जैसलमेर रोडवेज डिपो का एक बस चालक बुधवार को उदयपुर गया था. जहां उदयपुर रोडवेज डिपो की एक बस ने उसे टक्कर मार दी. जिसका उदयपुर में प्राथमिक उपचार करवाया गया. उसके बाद उसे रोडवेज बस में बिठा कर बाड़मेर लाया जा रहा था. इस दौरान घायल चालक की रास्ते में ही मौत हो गई. जिसके बाद उसे बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
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वहीं इसकी सूचना पर परिजन और मृतक के समाज के लोगों मोर्चरी के आगे बैठ गए. मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि रोडवेज और चुनाव अधिकारियों पर लापरवाही दिखाते हुए घायल व्यक्ति को एंबुलेंस की जगह बस में बैठाकर बाड़मेर के लिए रवाना किया. परिजनों का आरोप है कि घायल व्यक्ति का बीच रास्ते में कहीं भी उपचार नहीं करवाया गया. यहां तक कि घायल को लेकर उन्हें सूचना भी नहीं दी गई इस पूरे मामले को लेकर परिजनों और समाज के लोगों में आक्रोश था.
जिसके चलते उन्होंने शव उठाने से साफ तौर पर इंकार कर दिया था. वहीं जिसके बाद मृतक के परिजनों और समाज के प्रतिनिधि मंडल ने बाड़मेर जिला कलेक्टर से मुलाकात कर अपनी बात रखी. बाड़मेर जिला कलेक्टर अंशदीप ने उन्हें उचित कार्रवाई का भरोसा दिया. जिसके बाद सहमति बनी वहीं फिलहाल बाड़मेर के राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में मृतक के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है.