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नगर परिषद चुनाव में फायदे के लिए राजनीति कर रही भाजपा : कांग्रेस विधायक

बाड़मेर नगर परिषद क्षेत्र में नए क्षेत्रों को जोड़ने के पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के आदेश को कांग्रेस द्वारा रद्द करने के फैसले का भाजपा ने विरोध किया है. इस पर पलटवार करते हुए विधायक मैवाराम जैन ने कहा कि भाजपा केवल राजनीति कर रही है.

बाड़मेर से कांग्रेस विधायक मैवाराम जैन
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Published : Jun 3, 2019, 4:23 PM IST

बाड़मेर. लोकसभा चुनाव के बाद गहलोत सरकार के स्वायत्त शासन विभाग ने बाड़मेर नगर परिषद के संबंध में एक अधिसूचना को रद्द कर दिया है. जिसका भाजपा नेताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया है. कांग्रेस सरकार ने अधिसूचना जारी कर पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के समय नगर परिषद के सीमा क्षेत्र में नई ग्राम पंचयातों को सम्मिलित करने के आदेश को रद्द कर दिया. सरकार ने कहा कि नागरिक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पूर्व के निर्णय को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाता है. इस मामले में ग्राम पंचायतों ने भी कई बार ऐतराज जताया था.

नगर परिषद चुनाव में फायदे के लिए राजनीति कर रही भाजपा : कांग्रेस विधायक

भाजपा नेताओं ने फैसले का विरोध करते हुए कहा कि कांग्रेस के फैसले से क्षेत्र की जनता के साथ कुठाराघात हुआ है. ऐसे में नए फैसले को निरस्त कर पुराने आदेश को पुन: लागू किया जाए, अन्यथा आंदोलन किया जाएगा. इस कड़ी में सोमवार को बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने चुनावी फायदे के लिए आनन-फानन में आधा अधूरा निर्णय किया था. उस समय शहर के पास स्थित बिदासर को शामिल नहीं किया था. मेवाराम जैन ने आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम पंचायत को नगर परिषद में जोड़ने की कानूनी प्रक्रिया होती है. एक जगह से नाम कटता है और दूसरी जगह नाम जुड़ता है. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं किया गया.

मैवाराम जैन ने बताया कि बाड़मेर जिला कलेक्टर से आदेश की जमीनी हकीकत खंगालने का निवेदन किया था. मैंने आदेश निरस्त करने की मांग नहीं की थी. सरकार ने इसे निरस्त किया है. अब जिला कलेक्टर के साथ ही स्वायत्त शासन विभाग को भी कहा गया है कि शहर के आसपास की आबादी क्षेत्र की कॉलोनियों को जल्द ही नगर परिषद के क्षेत्र में जोड़ा जाए. इसके लिए आने वाले दिनों में मीटिंग भी है. यूआईटी के मार्फत 25 किलोमीटर एरिया में सड़क, बिजली और पानी की सुविधा के लिए भी जल्द ही टेंडर जारी होंगे. मैवाराम जैन ने कहा कि बीजेपी इस मामले में राजनीति कर रही है. ताकि इसका फायदा नगर परिषद चुनाव में हो सके.

बाड़मेर. लोकसभा चुनाव के बाद गहलोत सरकार के स्वायत्त शासन विभाग ने बाड़मेर नगर परिषद के संबंध में एक अधिसूचना को रद्द कर दिया है. जिसका भाजपा नेताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया है. कांग्रेस सरकार ने अधिसूचना जारी कर पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के समय नगर परिषद के सीमा क्षेत्र में नई ग्राम पंचयातों को सम्मिलित करने के आदेश को रद्द कर दिया. सरकार ने कहा कि नागरिक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पूर्व के निर्णय को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाता है. इस मामले में ग्राम पंचायतों ने भी कई बार ऐतराज जताया था.

नगर परिषद चुनाव में फायदे के लिए राजनीति कर रही भाजपा : कांग्रेस विधायक

भाजपा नेताओं ने फैसले का विरोध करते हुए कहा कि कांग्रेस के फैसले से क्षेत्र की जनता के साथ कुठाराघात हुआ है. ऐसे में नए फैसले को निरस्त कर पुराने आदेश को पुन: लागू किया जाए, अन्यथा आंदोलन किया जाएगा. इस कड़ी में सोमवार को बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने चुनावी फायदे के लिए आनन-फानन में आधा अधूरा निर्णय किया था. उस समय शहर के पास स्थित बिदासर को शामिल नहीं किया था. मेवाराम जैन ने आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम पंचायत को नगर परिषद में जोड़ने की कानूनी प्रक्रिया होती है. एक जगह से नाम कटता है और दूसरी जगह नाम जुड़ता है. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं किया गया.

मैवाराम जैन ने बताया कि बाड़मेर जिला कलेक्टर से आदेश की जमीनी हकीकत खंगालने का निवेदन किया था. मैंने आदेश निरस्त करने की मांग नहीं की थी. सरकार ने इसे निरस्त किया है. अब जिला कलेक्टर के साथ ही स्वायत्त शासन विभाग को भी कहा गया है कि शहर के आसपास की आबादी क्षेत्र की कॉलोनियों को जल्द ही नगर परिषद के क्षेत्र में जोड़ा जाए. इसके लिए आने वाले दिनों में मीटिंग भी है. यूआईटी के मार्फत 25 किलोमीटर एरिया में सड़क, बिजली और पानी की सुविधा के लिए भी जल्द ही टेंडर जारी होंगे. मैवाराम जैन ने कहा कि बीजेपी इस मामले में राजनीति कर रही है. ताकि इसका फायदा नगर परिषद चुनाव में हो सके.

Intro:बाड़मेर
नगर परिषद क्षेत्र से दूर दर्जन गांव को जोड़ने की अधिसूचना को वर्तमान सरकार ने रद्द करने के मामले में बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन का पलटवार कहां भाजपा इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है नेताओं को जमीनी हकीकत के बारे में कुछ नहीं पता


राजस्थान में लोकसभा चुनाव के बाद गहलोत सरकार के स्वास्थ्य शासन विभाग ने बाड़मेर नगर परिषद के संबंध में एक अधिसूचना को रद्द कर दिया है उसके बाद भाजपा के नेताओं की लंबी फौज दें बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन के साथ ही अशोक गहलोत सरकार का जबरदस्त तरीके से विरोध करना शुरू कर दिया है वर्तमान राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी कर बताया कि पूर्व राज्य सरकार ने नगर परिषद बाड़मेर के वर्तमान सीमा क्षेत्र में राजस्व क्षेत्र बाड़मेर ग्रामीण बाड़मेर आगोर बाड़मेर का दान तथा बाड़मेर मगरा राजस्व की ग्राम की वर्तमान सीमाओं को सम्मिलित किया गया था नागरिक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पूर्व के निर्णय को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाता है इस मामले में ग्राम पंचायतों ने भी कई बार ऐतराज जताया था





Body:मोदी सरकार में नए मंत्री कैलाश चौधरी पूर्व सांसद सोनाराम चौधरी पूर्व यूआईटी चेयरमैन प्रियंका चौधरी ने भाजपा ने सोशियल मीडिया पर 20 साल से चल रही मांग को पूरा किया ताकि कॉलोनी का विस्तार हो सके कांग्रेस ने उस फैसले को निरस्त का क्षेत्र की जनता के साथ कुठाराघात किया है यह गलत है उनके फैसले को निरस्त कर पुन फैसले को लागू करवाने की मांग की है अन्यथा आंदोलन किया जाएगा इसी कड़ी में आज बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा ने चुनावी फायदे के लिए आनन-फानन में आधा अधूरा निर्णय किया था यह आदेश न्याय संगत नहीं था शहर के समीप स्थित बिदासर को शामिल नहीं किया था अब क्षेत्र में शामिल होने वाली ग्राम पंचायतों को बैंक इन कॉलोनियों को नगर परिषद में शामिल किया जाएगा इसके लिए विभिन्न कॉलोनियों सड़क का निर्माण करवाया जाएगा बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन सीधे तौर पर भाजपा के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2018 में नगर परिषद के साथी भाजपा की वसुंधरा सरकार ने आसपास की 25 से 30 किलोमीटर की कुछ कॉलोनियों को जोड़ा था जबकि नियमानुसार जब ग्राम पंचायत को नगर परिषद में जोड़ा जाता है तो कुछ कानूनी प्रक्रिया होती है उसे भी पूरा करना होता है साथ ही एक जगह से नाम कटता है और दूसरी जगह से नाम जुड़ता है लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं किया गया मैंने बाड़मेर जिला कलेक्टर से इस बात का निवेदन किया था कि इस आदेश को लेकर जमीनी हकीकत को खंगाला जाए मैंने निरस्त करने की मांग नहीं की थी लेकिन सरकार ने इसे निरस्त कर दिया है हकीकत तो यह है कि वसुंधरा सरकार ने महज चुनावी फायदे के लिए ताकि आने वाले समय में नगर परिषद चुनाव में इसका फायदा मिल सके इसके लिए इस आदेश को लागू किया था


Conclusion:अब मैंने जिला कलेक्टर के साथ ही स्वशासन विभाग को भी इस पूरे मामले को लेकर कहां है कि बाड़मेर शहर के आसपास की आबादी क्षेत्र की कॉलोनियों को जल्द ही नगर परिषद के क्षेत्र में जोड़ा जाए और इसके लिए आने वाले तीन-चार दिनों में मीटिंग भी है साथ ही यूआईटी के मार्फत आसपास के बीच 25 किलोमीटर एरिया में सड़क बिजली और पानी की सुविधा के लिए जल्द ही टेंडर जारी होंगे बीजेपी महज राजनीति कर रही है और कुछ भी नहीं कर रही है ताकि इसका फायदा नगर परिषद चुनाव में हो सके जबकि हकीकत यह है कि बाड़मेर की जनता सब जानती है अब देखने वाली बात होगी कि भाजपा इस मामले को लेकर सड़कों पर उतर चुकी है आने वाले नगर परिषद इलेक्शन से पहले इस मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस जबरदस्त तरीके से आमने सामने होंगे
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