बाड़मेर. राजस्थान में कद्दावर जाट नेता और बीजेपी के पूर्व बाड़मेर जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी को लेकर शुक्रवार को सोशल मीडिया पर उनके कांग्रेस ज्वॉइन करने की चर्चा को लेकर जबरदस्त तरीके से खबरें वायरल हो गईं. आनन-फानन में कई जगह पर यह खबर भी चल गई. जिसके बाद कर्नल सोनाराम चौधरी ने इस मामले पर ईटीवी भारत में स्पष्टीकरण दिया है.
कर्नल सोनाराम चौधरी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि वो दिल्ली में अपने परिवारी मित्रों से मुलाकात कर रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस ज्वॉइन करने की खबरों को अफवाह बताया है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया और निजी चैनल पार्टी छोड़ने, घर वापसी जैसी खबरें प्रसारित कर रहे हैं, जो कि बिल्कुल निराधार हैं. इन न्यूज का सच्चाई से कोई लेना देना नहीं है.
गौरतलब है कि कर्नल सोनाराम चौधरी ने 2014 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी. तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उन्हें बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बीजेपी के पार्टी का बनाया था और 2014 में सांसद चुने गए थे. उसके बाद 2019 में बीजेपी ने उनका टिकट काट दिया और उसके बाद से ही लगातार इस तरीके की खबरें आ रही थी कि वह बीजेपी से खफा हैं.
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हाल ही में जिला परिषद के चुनावों में भी कर्नल सोनाराम चौधरी ने केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के खिलाफ सीधे तौर पर मोर्चा खोल दिया था और 2 शब्दों में कैलाश चौधरी से इस्तीफे की मांग की थी, क्योंकि बाड़मेर में जिला प्रमुख बीजेपी का नहीं बन पाया. इसके लिए कर्नल सोनाराम चौधरी ने केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को जिम्मेदार बताया था.
इस तरीके की भी खबरें थी कि कर्नल सोनाराम चौधरी जिला प्रमुख का चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने पार्टी आलाकमान से उन्हें साइड लाइन करवा दिया. उसके बाद से ही वह बीजेपी से खफा हैं, लेकिन अब उनकी ओर से ऑफिशियली तौर पर यही कहा जा रहा है कि कांग्रेस में जाने जैसी कोई बातचीत नहीं है.