सिवाना (बाड़मेर). 20 हजार की रिश्वत लेते विद्युत विभाग के लाइनमैन और दलाल को एसीबी ने रंगे हाथ पकड़ा है. एसीबी की टीम ने यह कार्रवाई परिवादी देवाराम की रिपोर्ट के आधार पर की. परिवाद का आरोप था कि उससे बिजली मीटर पर कार्रवाई ना करने के एवज में लाइनमैन ने पैसे मांगे थे.
दरअसल, सिवाना उपखंड क्षेत्र के देवाराम ने एसीबी में रिपोर्ट दी थी कि वो गांव पादरू में अपना एक सैलून चलाता है. यह दुकान उसने पादरू निवासी महमूद खान से किराए पर ली हुई है. जिसका बिजली बिल भी महमूद खान के नाम से ही आता है. लेकिन बिल वह भरते थे.
परिवादी ने रिपोर्ट में बताया था कि 24 जुलाई की सुबह लाइनमैन किशोर मीणा और कनिष्ठ अभियंता जितेन्द्र सैनी दुकान पर आए ओर का बिजली का मीटर खोलकर ले गए. इसके बाद मीटर पर कार्रवाई नहीं करने की एवज में नवल किशोर मीणा तकनीकी सहायक ने पैसों की मांग की.
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जिसके बाज परिवादी की रिपोर्ट के आधार पर एसीबी टीम ने 26 जुलाई को जब मामले की जांच की, तो 20 हजार रूपए की मांग करना सही पाया गया. वहीं सोमवार को जोधपुर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्गसिंह राजपुरोहित ने रिश्वतखोरों को रंगे हाथों पकड़ने के लिए एक जाल बुना. परिवादी की मदद से लाइनमैन किशोर मीणा और दलाल को पैसे लेने के लिए बुलाया गया. जैसे ही दोनों पैसे लेने के लिए मौके पर पहुंचे, तो एसीबी ने दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.