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New National Education Policy : नई शिक्षा नीति 21वीं सदी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए छात्रों को बनाएगी सक्षम : कैलाश चौधरी

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का कहना है कि हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए छात्रों को पूर्ण और सक्षम करेगी. चौधरी ने इस दौरान वैदिक शिक्षा (Importance of Vedic Education) के महत्व पर भी अपने विचार रखे.

नई शिक्षा नीति
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Published : Dec 21, 2021, 8:41 PM IST

बाड़मेर. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने मंगलवार को वैदिक शिक्षण संस्थान, बायतु द्वारा प्रशिक्षित छात्रों एवं संस्थान के प्रतिनिधियों के साथ केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुभाष सरकार से मुलाकात की. इस दौरान चौधरी ने कहा कि नई शिक्षा नीति (new national education policy) 21वीं सदी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए छात्रों को सक्षम बनाएगी.

चौधरी ने कहा कि मुझे खुशी है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 34 वर्षों के बाद मोदी सरकार द्वारा लाई गई है. नई शिक्षा नीति के माध्यम से सभी चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक बहुत ही व्यवस्थित और संगठित प्रयास किया गया है ताकि उच्च शिक्षा के क्षेत्र के समग्र पुनर्गठन को नए भारत की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाया जा सके. चौधरी ने कहा कि हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए छात्रों को पूर्ण और सक्षम करेगी.

पढ़ें: Governor in Udaipur: राज्यपाल ने किया कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन, ग्राम विकास के लिए दिए महत्वपूर्ण सुझाव

इस दौरान वैदिक शिक्षण संस्थान के विद्यार्थियों ने सुभाष सरकार एवं कैलाश चौधरी के समक्ष वैदिक मंत्रों के मंत्रोच्चारण के माध्यम से वैदिक शिक्षा के महत्व (Importance of Vedic education) के बारे में अपनी बात रखी.

पढ़ें: Minister Faggan Singh Kulaste on Tribals: हिंदू की सही बात कोई करता है तो वो ट्राइबल ही है यही उसकी पहचान: फग्गन सिंह कुलस्ते

इस मुलाकात के बारे में बताते हुए चौधरी ने कहा कि वैदिक शिक्षा में आधुनिकता और भारतीय संस्कृति का समागम है. वैदिक शिक्षण संस्थान, बायतु इस क्षेत्र में बहुत अच्छा काम कर रहा है. चौधरी ने कहा कि ईश्वर भक्ति व धर्म परायणता, चरित्र निर्माण, व्यक्तित्व का विकास, नागरिक तथा सामाजिक कर्तव्य का पालन, सामाजिक कुशलता की उन्नति तथा राष्ट्रीय संस्कृति का संरक्षण और प्रसार, प्राचीन भारत में शिक्षा के मुख्य उद्देश्य तथा आदर्श हैं.

बाड़मेर. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने मंगलवार को वैदिक शिक्षण संस्थान, बायतु द्वारा प्रशिक्षित छात्रों एवं संस्थान के प्रतिनिधियों के साथ केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुभाष सरकार से मुलाकात की. इस दौरान चौधरी ने कहा कि नई शिक्षा नीति (new national education policy) 21वीं सदी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए छात्रों को सक्षम बनाएगी.

चौधरी ने कहा कि मुझे खुशी है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 34 वर्षों के बाद मोदी सरकार द्वारा लाई गई है. नई शिक्षा नीति के माध्यम से सभी चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक बहुत ही व्यवस्थित और संगठित प्रयास किया गया है ताकि उच्च शिक्षा के क्षेत्र के समग्र पुनर्गठन को नए भारत की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाया जा सके. चौधरी ने कहा कि हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए छात्रों को पूर्ण और सक्षम करेगी.

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इस दौरान वैदिक शिक्षण संस्थान के विद्यार्थियों ने सुभाष सरकार एवं कैलाश चौधरी के समक्ष वैदिक मंत्रों के मंत्रोच्चारण के माध्यम से वैदिक शिक्षा के महत्व (Importance of Vedic education) के बारे में अपनी बात रखी.

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इस मुलाकात के बारे में बताते हुए चौधरी ने कहा कि वैदिक शिक्षा में आधुनिकता और भारतीय संस्कृति का समागम है. वैदिक शिक्षण संस्थान, बायतु इस क्षेत्र में बहुत अच्छा काम कर रहा है. चौधरी ने कहा कि ईश्वर भक्ति व धर्म परायणता, चरित्र निर्माण, व्यक्तित्व का विकास, नागरिक तथा सामाजिक कर्तव्य का पालन, सामाजिक कुशलता की उन्नति तथा राष्ट्रीय संस्कृति का संरक्षण और प्रसार, प्राचीन भारत में शिक्षा के मुख्य उद्देश्य तथा आदर्श हैं.

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