सिवाना (बाड़मेर). लोगों को रोजगार देने को लेकर सरकार द्वारा मनरेगा कार्य करवाए जा रहे हैं. लेकिन, मनरेगा मजदूरों द्वारा किए जाने वाला कार्य जब मशीनों से किया जाएगा तो इसका स्वाभावित तौर पर असर मनरेगा मजदूरों के रोजगार पर पड़ेगा. बाड़मेर में सिवाना क्षेत्र के गोलिया ग्राम पंचायत के पीपलून गांव में जेसीबी मशीन से मनरेगा कार्य करवाए जाने का मामला सामने आया है.
बताया जा रहा है कि पिपलून गांव के लिखमाराम के खेत से दानाराम के खेत तक बाढ़ बचाव कार्य के तहत मनरेगा में मेड़बंदी का कार्य हो रहा है. लेकिन, वहां खेत की मेडबंदी का कार्य जेसीबी से करवाया जा रहा था. इसकी सूचना मिलने पर मनरेगा के कनिष्ठ तकनीकी सहायक ने मौके पर पहुंचकर जानकारी ली. इस दौरान जेसीबी मशीन चालक मौके से जेसीबी लेकर फरार हो गया.
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वहीं, मामले को लेकर सिवाना विकास अधिकारी लक्ष्मण सिंह साधू ने बताया कि पिपलून गांव में शनिवार को दोपहर 1 बजे के बाद मनरेगा साइट पर जेसीबी मशीन से करीब 30-40 फीट तक मेड़बंदी बनाई गई है, जिसकी जांच करवाकर कार्य को मनरेगा माप में नहीं लिया जाएगा. साथ ही बताया कि किसी कर्मचारी की मिलीभगत हुई तो जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी.