बाड़मेर. जिले में कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में 2000 से अधिक गांव आ गए हैं. इसके बाद कई नई-नई बीमारी सामने आ रहे हैं. जिसमें से एक है ब्लैक फंगस. इसके बारे में जिले के मेडिकल अस्पताल के नाक, कान, गला विशेषज्ञ कपिल जैन ने बताया कि पिछले चार-पांच दिन से लगातार इस तरीके के मरीज सामने आ रहे हैं.
डॉक्टर कपिल जैन के अनुसार कोरोना संक्रमण के बाद मरीज की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है. साथ ही कोविड इलाज कराने के बाद इस दौरान जो दवाई दी जाती है. उसका साइड इफेक्ट होना शुरू हो जाता है. उसी में से एक है ब्लैक फंगस बीमारी.
इस बीमारी के प्रारंभिक लक्षण आंख, नाक पर सूजन होना है. साथ ही नाक से बदबू आने लगती है. जब भी इस तरीके के मरीज को ऐसे लक्षण नजर आए तो उसे तुरंत आंख, नाक, कान के डॉक्टर से संपर्क करके प्रारंभिक जांच करवानी चाहिए. क्योंकि इस बीमारी का इलाज शुरुआती दिनों में संभव है, लेकिन उसके बाद सर्जरी करने की भी नौबत आ जाती है.
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डॉक्टर कपिल जैन के अनुसार वर्तमान में इस तरीके के जो मरीज सामने आ रहे हैं. जब इस बात की पुष्टि हो जाती है कि ब्लैक फंगस जैसी बीमारी है तो, ऐसे मरीजों के सामने आने पर उन्हें जोधपुर, जयपुर रेफर किया जा रहा है. डॉ. जैन के अनुसार कोरोना संक्रमण से ठीक हुए मरीजों को अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने का खास ध्यान रखना चाहिए.
साथ ही खाने में पौष्टिक भोजन करना चाहिए और उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस से डरने की जरूरत नहीं है. बस कुछ एहतियात बरतकर हम ब्लैक फंगस से बच सकते हैं. गौरतलब है कि ऐसा देखने को मिला है कि कोविड-19 के बाद मरीज को कई अन्य बीमारियों होने का खतरा रहता है. जिसके चलते डॉक्टर यह बार-बार सलाह दे रहे हैं कि वह अपना नियमित जांच करवाएं. ताकि शुरुआती दिनों में ही किसी बीमारी को पकड़ लिया जाए, जिसपर सर्जरीज जैसी नौबत ना आए.