बाड़मेर. शुक्रवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष गिरधर सिंह कोटडिया के नेतृत्व में किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इसके साथ ही बाड़मेर जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा.
शुक्रवार को बाड़मेर कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के बैनर तले एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया. इस धरना प्रदर्शन में भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष आदु राम मेघवाल और किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष गिरधर सिंह कोटडिया के नेतृत्व में किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया.
भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष गिरधर सिंह कोटडि ने बताया कि बाड़मेर रेगिस्तानी जिला है जहां वर्षा सबसे कम औसतन होती है किसान की परिस्थितियों संघर्ष में अभावग्रस्त रहती है. ऐसे में रेगिस्तानी क्षेत्र की मुख्य रवि फसल जिला और इसबगोल व्यवसायिक फसल दर्जे से निकालकर कृषि उपज फसलों में शामिल किया जाए.
रेगिस्तानी क्षेत्र होने के कारण बीमा प्रीमियम राशि में राहत देकर 5% से कम करके पुरानी दर 1.5 प्रतिशत की जाए. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से जो किसान हित में बीमा प्रीमियम दिया जाता है उसे सीधा किसानों के बैंक खाते में दिया जाए क्योंकि आज दिन तक रवि फसल का बाड़मेर जिले के सैकड़ों करोड़ों रुपए जमा होने के बावजूद फसल खराबे की क्लेम के रूप में किसानों को 1 रुपए भी नहीं दिया गया है. इसलिए सरकारी सब्सिडी किसानों को दिया जाना उचित है.
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उन्होंने यह भी कहा कि फसल खराबें की सूचना देने का समय 24 घंटे रखा गया है जिसको बाड़मेर जिले की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए समय को भी बढ़ाया जाए. इसके साथ ही उन्होंने किसानों के कर्ज माफी, बेरोजगारी भत्ता, बिजली बिलों में वृद्धि, अवैध वीसीआर सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर गहलोत सरकार की किसान विरोधी नीतियों के विरुद्ध बाड़मेर जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर किसानों की विभिन्न समस्याओं के समाधान कर किसानों को राहत दिलाने की मांग की.