बाड़मेर. उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए गैंगरेप की घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश है. वहीं, इस घटना की कड़े शब्दों में इसकी भर्त्सना की जा रही है. हाथरस में हुए सामूहिक दुष्कर्म के बाद 19 वर्षीय युवती के साथ अमानवीय घटना को लेकर राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर में बेटियों का गुस्सा फूट पड़ा और जबरदस्त तरीके से नारेबाजी कर इस घटना को अंजाम देने वाले दरिंदों को बीच चौराहे पर फांसी की सजा देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया.
यूपी के हाथरास में 19 वर्षीय युवती के साथ हुए अमानवीय कृत्य के बाद से पूरे देश में इस वारदात को अंजाम देने वाले दरिंदों को फांसी की सजा देने की मांग जोरों से हो रही है. इसी कड़ी में राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर की बेटियों ने बुधवार शाम को शहर के विवेकानंद सर्किल पर हाथों में बैनर, मोमबत्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके साथ ही बेटियों ने नारेबाजी भी की और इस घटना को अंजाम देने वाले दरिंदों को बीच चौराहे पर फांसी देने की मांग की.
पढ़ें- अजमेर : यूपी के हाथरस गैंग रेप की घटना पर महिला कांग्रेस ने जताया रोष, पीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
इस दौरान कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष स्वरूपी सुथार ने यूपी के हाथरस में गैंगरेप की घटना की कड़ी निदा की. उन्होंने आरोपितों को फांसी की सजा देने के साथ पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की है. इसी तरह कॉलेज छात्रा सीमा जांगिड़ ने बताया कि यूपी के हाथरस में युवती के साथ हुई घटना को लेकर आज हम उसे न्याय दिलाने के लिए यहां पर एकत्रित हुए हैं.
सीमा ने कहा कि युवती को 14 सितंबर को चार दरिंदों ने अपनी हैवानियत का शिकार बनाया. वो 16 दिन तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जंग लड़ती रही और बीते मंगलवार को उसने अंतिम सांस ली. जिसके बाद उत्तर प्रदेश की पुलिस ने उसके परिजनों की बिना अनुमति के रात के अंधेरे में उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया. जिससे ये प्रतीत होता है कि पुलिस जरूर उन दरिंदों के साथ मिली हुई है.
दिव्या भाटी ने कहा कि अगर उत्त प्रदेश की युवती को न्याय नहीं मिलता है तो ये सब के लिए बड़े शर्म की बात है. इसके साथ ही कहा कि जब भी किसी लड़की के साथ किसी तरह की घटना होती है तो सबसे पहले उसके पहनावे को लेकर कमेंट मिलते हैं. हमेशा लड़की को ही गलत ठहराया जाता है. जबकि ये बहन तो गांव की एक लड़की थी और अपने खेत में काम करने के लिए जा रही थी. जब देश की बेटी घर में सुरक्षित नहीं है तो आखिर बेटी कहां सुरक्षित है. हम सरकार से मांग करते हैं कि इस तरह की घटनाएं करने वालों को बीच चौराहे पर फांसी की सजा दी जाए.
पढ़ें- झालावाड़: हाथरस मामले के विरोध में 1 दिन के लिए कार्य बहिष्कार करेंगे सफाईकर्मी
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में युवती के साथ 14 सितंबर को गैंगरेप की घटना हुई थी. गैंगरेप के बाद उसके ऊपर जानलेवा हमला भी किया गया था. बाद में उसे इलाज के लिए अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. 28 सितंबर को उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया था. जहां उसने 29 सितंबर को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद से ही पूरे देश में आक्रोश है और आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग बड़े जोर शोर से उठ रही है.