बाड़मेर. जिले की पुलिस ने 5 विशेष टीमें बनाकर बाड़मेर से अपहरण किए प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी को आजाद करवाया. दरअसल, यह कर्मचारी बाड़मेर में सोलर पावर प्रोजेक्ट में काम का जायजा लेने आए हुए थे. सोलर कार्य उत्तर लाई के पास मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस के लिए करवाया जा रहा था.
कर्मचारी के बाड़मेर पहुंचने के बाद उसे यहां के स्थानीय तीन लोगों ने भरोसे में लिया कि उसके साथ वह तीन सहयोगी बनकर उसके साथ रहेंगे. लेकिन बाद में इन्हीं सहयोगियों ने मिलकर उसको अज्ञात स्थान पर ले जाकर बंधक बना लिया. उसके बाद उसे छोड़ने के एवज में एक करोड़ की राशि मांग करने लगे. वहीं जिला पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर बताया कि 24 अक्टूबर की रात करीबन 9 बजे बाड़मेर पुलिस कंट्रोल रूम पर हैदराबाद निवासी प्रभाकर का कॉल आया कि कंपनी के एमडी के श्रीकांत रेड्डी जो बाड़मेर में एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए आए हुए थे, जिनका कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया है और वह फिरौती के लिए 1 करोड़ रुपए की राशि मांग रहे हैं.
पढ़ेंः बाड़मेरः ज्वेलरी शॉप में 18 लाख की चोरी मामले में 12 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं, सौंपा ज्ञापन
इस घटना को गंभीरता से लेते हुए बाड़मेर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खीव सिंह भाटी, वृताधिकारी विजय सिंह चारण, कोतवाल बाड़मेर राम प्रताप, सदर एसएचओ मूलाराम चौधरी, ग्रामीण थाना साइबर सेल पुलिस टीमों का गठन हुआ. इन पांच और टीमों ने अपहरणकर्ता की तलाश में कई स्थानों पर दबिश देनी शुरू की. साथ ही जिले में नाकाबंदी करवाकर वाहनों की चेकिंग भी की.
पढ़ेंः बाड़मेर SP ने पुलिस लाइन में शहीद स्मारक बनाने को लेकर की पहल, जल्द बनेगा स्थाई स्मारक
इस दौरान टीमों को खबर लगी कि अपहरणकर्ता के श्रीकांत रेड्डी को उत्तर आई रोड की तरफ ले जा रहे हैं. ऐसे में पुलिस जांच के दौरान रेड्डी को उनके कब्जे से दस्तयाब करने में सफलता प्राप्त की. उसके बाद अपहरणकर्ताओं की तलाश में पुलिस ने दबिश देनी शुरू की. पुलिस ने दबिश के दौरान तीन आरोपी पकड़े गए. वहीं इस पूरे प्रकरण के संबंध में पुलिस थाना कोतवाली में मुकदमा दर्जकर जांच की जा रही है.