बाड़मेर. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बाड़मेर के कार्यकर्ताओं की ओर से जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री का विरोध जताया. कार्यकर्ताओं ने गहलोत सरकार के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. जिला संयोजक भोम सिंह सुंदरा के नेतृत्व में कई विद्यार्थियों ने कॉलेज में छात्रवृत्ति दिलाने की मांग की.
जिला संयोजक भोम सिंह सुंदरा ने बताया कि आयुक्तालय कॉलेज विभाग जयपुर की ओर से 10 जनवरी को आदेश जारी कर आगामी कक्षा में अध्ययनरत प्रमोट विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति के आवेदन स्वीकृत नहीं किए जाने के आदेश जारी किए हैं. सरकार के इस आदेश से विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति से वंचित होना पड़ेगा जबकि विद्यार्थियों की कोई गलती नहीं है. विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट करने का निर्णय राज्य सरकार का ही था. ऐसे में राज्य सरकार को छात्रवृत्ति भी देनी चाहिए. वर्तमान सत्र के सभी छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति से वंचित रखा जाएगा जो कि छात्रों के साथ अन्याय है.
नगर महामंत्री खिलेश शर्मा ने कहा कि हर वर्ष के अन्य पिछड़े छात्र छात्राओं को दी जाने वाली छात्रवृत्ति से विद्यार्थी अपने प्रवेश शुल्क व परीक्षा शुल्क जमा कराते थे. परंतु इस आदेश से छात्र-छात्राओं में रोष व्याप्त है. नगर कार्यकारिणी के लक्ष्य कटारिया ने बताया कि समय रहते विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाए अन्यथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्र हित को देखते हुए पूरे प्रदेश भर में उग्र आंदोलन करेगी.