बालोतरा (बाड़मेर). राजस्थान के रेगिस्तान में इन दिनों सरकार के डेवलपमेंट के कई कार्य चल रहे हैं, लेकिन स्थानीय लोग लगातार डेवलप्ड कार्यों के सुरक्षा मानकों को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं, लेकिन ना तो कंपनियां ध्यान दे रही हैं और न ही सरकार. जिसका खामियाजा मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है.
बाड़मेर जिले के बालोतरा कस्बे में ओवरब्रिज निर्माण कार्य चल रहा था, जहां पर पेयजल पाइप लाइन शिफ्टिंग के काम को लेकर गड्ढा खोदा गया था और उसी में मिट्टी ढहने से तीन मजदूर दब गए. आनन-फानन में पुलिस थाने के लोग आए और मजदूरों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इस दौरान एक मजदूर की जान चली गई.
इस पूरी घटना के बाद आनन-फानन में एसडीएम नरेश सोनी, डीएसपी सुभाष खोजा सहित प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात की जानकारी लेने के बाद तत्काल अस्पताल में 2 मजदूरों का इलाज करवाया जा रहा है.
घायल मजदूर सांगाराम ने बताया कि ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा था जिसमें सभी मजदूर पाइप लाइन शिफ्टिंग का कार्य कर रहे थे. इस दौरान 7 फीट गहरे गड्ढे में मिट्टी ढहने की वजह से मजदूर दब गए. उन्होंने बताया कि सेफ्टी के नाम पर कुछ नहीं था. अब पुलिस और प्रशासन ने इस हादसे से सबक लेते हुए कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने का मन बना लिया है.
वहीं स्थानीय लोगों की मांग है कि अगर समय रहते सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई तो इसकी चपेट में स्थानीय लोग भी आ सकते हैं. लिहाजा कंपनी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करके सुरक्षा मानकों की अनदेखी न हो इसके लिए कड़े नियम कंपनी पर लागू किए जाए.