अंता (बारां). जिले के अंता में स्तिथ प्राचीन कालीन किला देख-रेख के अभाव में जीर्ण शीर्ण होता जा रहा है. इस किले के मुख्य दरवाजे के पास स्तिथ दोनों बुर्जो पर पालिका की ओर से सौन्दर्यकरण कर दिया जाए तो इससे न सिर्फ कस्बे का सौंदर्यकरण बढ़ेगा. साथ ही कस्बे के लोगों को फुर्सत के क्षणों में इस स्थान पर सुकून से बैठने का भी मौका मिलेगा.
बता दें कि इस किले के दोनों बुर्जों पर फिलहाल पेड़-पौधे उगे हुए होने के कारण इनका उपयोग नहीं हो पा रहा है. पालिका द्वारा इन बुर्जों के चारों ओर रेलिंग लगाकर लाइटिंग की व्यवस्था करा दी जाए तो इससे विरासत कालीन धरोहर भी सुरक्षित रह सकेगी. साथ ही कस्बे के लोगों को एक पार्क की कमी भी दूर हो जाएगी.
पढ़ें- ध्यान दें! प्रदेश के कई जिलों में कोहरे ने दी दस्तक, हल्की-फुल्की बूंदाबांदी से बढ़ी ठंडक
इन बुर्जों के सौन्दर्यकरण को लेकर कस्बे के लोगों द्वारा कई बार पालिका प्रशासन को भी अवगत कराया जा चुका है. परन्तु पालिका प्रशासन द्वारा अभी तक इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे इस स्थान का उपयोग नहीं हो पा रहा है. यह किला लगभग 400 साल पुराना बताया जाता है, जिसमें वर्तमान में तहसील कार्यालय, सरकारी कॉलेज सहित 2 स्कूल संचालित हो रहे हैं. वहीं किले के अंदर गोवर्धन नाथ का मंदिर होने के कारण भक्त गणों की रोजाना आवाजाही बनी रहती है. कस्बे के बीचों बीच स्थित होने के कारण यह आकर्षक का केंद्र भी है. परन्तु देख-रेख के अभाव में धीरे-धीरे यह जीर्ण-शीर्ण होता जा रहा है. ऐसे में पालिका प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए.