छबड़ा (बारां). छबड़ा में आगजनी व हिंसा की घटना के बाद चौथे दिन भी कर्फ्यू रहा. जिले भर में पूर्ण रूप से इंटरनेट सेवाए बन्द हैं तो वहीं दूसरी ओर आगजनी व हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक दो दर्जन से अधिक दंगाइयों को गिरफ्तार किया है. कुछ दंगाइयों से दुकानों में की गई लूटपाट का सामान भी बरामद किया गया है. फिलहाल कस्बे में हालात सामान्य बने हुए हैं. अतिसंवेदनशील इलाकों में STF व RAC के जवान तैनात हैं.
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छबड़ा कस्बे को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. लोगों के आवागमन पर भी पूरी तरह से रोक है. सभी नाकों व बॉर्डर पर पुलिस बल तैनात है. इमरजेंसी सेवाएं भी बंद होने के चलते लोगों का काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बीती रात को डीआईजी रवि सबरमल, आईजी रविदत्त गौड़ व कलेक्टर राजेन्द्र विजय, एसपी विनीत बंसल की मौजूदगी में छबड़ा नगर पालिका में बैठक हुई.
बैठक में अधिकारियों ने कर्फ्यू में ढील देने व इंटरनेट सेवाएं बहाल करने के मुद्दे पर चर्चा की. लेकिन तत्काल किसी राहत से इनकार किया. आगजनी व हिंसा के शिकार पीड़ित दुकानदारों ने सभी आरोपियों की गिरफ्तार के बाद ही बाजार खोलने की बात कही. क्षेत्रीय विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने कहा कि राज्य सरकार पीड़ित दुकानदारों को उचित मुआवजा दे. वहीं कांग्रेस के पूर्व जिला अधयक्ष निजामुद्दीन खान ने कहा की दंगा फैलाने वाले और लूटपाट करने वाले किसी भी धर्म, जाति, महजब के हों पुलिस उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दे. डीआईजी ने आम लोगों और पीड़ित दुकानदारों से कहा कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जायेगा. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तार की लिए लगातार दबिश दे रही है.