छबड़ा (बारां). उपखण्ड क्षेत्र के रसूलपुरा गांव में रविवार शाम को गांव में घुसे मगरमच्छ को 15 घंटे बाद जेपला से रसूलपुरा पहुंची वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर मगरमच्छ को अपने कब्जे में लेकर पार्वती नदी में छोड़ दिया है. इसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली.
बताया जा रहा है कि बापचा थाना क्षेत्र के रसूलपुरा में रविवार देर शाम को एक मगरमच्छ गांव के आम रास्ते पर आ गया, जिससे ग्रामीणों में हड़कम्प मच गया. इसके बाद ग्रामीणों की ओर से गांव में मगरमच्छ घुसने की सूचना छबड़ा वन विभाग के अधिकारियों को दी गई, लेकिन घंटो तक मौके पर कोई वनकर्मी नहीं पहुंचा. इसके बाद ग्रामीणों ने किसी अनहोनी की आशंका को लेकर मगमच्छ को रस्सियों की सहयात से पेड़ में बंध दिया.
गांव के हेमराज मीणा ने बताया कि गांव के आम रास्ते पर शाम 4 बजे तकरीबन 7 फीट लंबा मगरमच्छ दिखा. उन्होंने बताया कि मगरमच्छ गाय के बछड़े के पीछे पड़ा हुआ था, लेकिन अचानक किसी ग्रामीण की नजर उस मगरमच्छ पर पड़ा, जिसके बाद पूरे गांव में मगरमच्छ को लेकर शोर हो गया. इसके बाद इसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभागों को दिया, लेकिन वन विभाग के कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे.
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इसके बाद ग्रामिणों ने स्वयं मगरमच्छ को रस्सी की सहायता से पड़ में बांध दिया, जिससे रास्ता पर चलने वाले अनजने में मगरमच्छ का शिकार नहीं हो जाए, वहीं इस सूचना से पूरे ग्रामीणों में दहसत का माहौल बन गया गया है. फिलहाल घटनास्थल पर कोई वनकर्मी के पहुंचने की खबर नहीं मिली है.