बारां. राजस्थान विधानसभा चुनाव के मैदान में उतर चुकी कांग्रेस ने भाजपा को घेरने के लिए रणनीति बनाई है. कांग्रेस की ओर से सोमवार से ईआरसीपी के मुद्दे को लेकर जनजागरण अभियान की शुरुआत बारां से की जाएगी. इस अभियान में शामिल होने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, सीएम अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित कई कांग्रेसी नेता बारां पहुंचेंगे.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामचरण मीणा ने बताया कि प्रदेश के 13 जिलों के लिए जीवनदायिनी मानी जाने वाली पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को केन्द्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा नहीं दिया गया है. इस संबंध में सोमवार को बारां जिला मुख्यालय से कांग्रेस पार्टी जन जागरण अभियान की शुरुआत करेगी. इस अभियान को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस संंबंध में रविवार को खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया, विधायक पानाचंद मेघवाल आदि ने कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया. यह कार्यक्रम जिला मुख्यालय पर राजकीय महाविद्यालय के पीछे डोल मेला तालाब परिसर में दोपहर 12 बजे आयोजित किया जाएगा. इस दौरान केन्द्र सरकार से ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने की मांग की जाएगी.
13 जिलों में होगी जल सप्लाई : कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने बताया कि ईआरसीपी परियोजना राजस्थान के झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, करौली, धौलपुर, भरतपुर, दौसा, अलवर, जयपुर, अजमेर एवं टोंक समेत 13 जिलों के लिए जीवनदायिनी है. परियोजना से इन जिलों को सिंचाई एवं पेयजल के लिए पानी की पूर्ति की जानी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से प्रदेश में विगत विधानसभा चुनावों से पूर्व ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना बनाने का वादा किया गया था, लेकिन पांच वर्ष के बाद भी केन्द्र की भाजपा सरकार ने ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा प्रदान नहीं किया. केंद्र सरकार ने प्रदेश की जनता के साथ वादा खिलाफी की है.