छबड़ा (बारां). जिले के पूर्व जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. उनके ऊपर लगे भष्टाचार के आरोप के मामले में वे अभी जेल हैं. इधर छबड़ा के तहसीलदार ने रविवार को एक पत्रकार वार्ता आयोजित उनके पर कूटरचित आपराधिक षड्यंत्र कर पद का दुरुपयोग करते हुए विधि विरुद्ध पेट्रोल पंप का अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने का आरोप लगाते हुए भष्टाचार निरोधक बयूरो में इस मामले में पृथक से मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की है.
छबड़ा के तहसीलदार ने पूर्व जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव पर जनप्रतिनिधियों से आपराधिक साठ गांठ का आरोप भी लगाया है. तहसीलदार दिलीप सिंह प्रजापति के अनुसार छबड़ा के बापचा में स्थित एक जमीन को वर्ष 2012 में पेट्रोल पंप के लिए रूपांतरण करवाया गया था, जो 5 वर्ष के लिए वैध था. फिर भी उक्त स्थान पर पेट्रोल पंप नहीं लगाया गया और पूर्व कलक्टर ने वर्ष 2019 में पेट्रोल लगाने के लगाने के आदेश दे दिए गए, जो विधि विरुद्ध था.
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इसकी रिपोर्ट तहसीलदार द्वारा एसडीएम कार्यालय में भिजवा दी गई थी. वहीं अन्य तकनीकी खामियों को भी नजर अंदाज करते हुए अनापत्ति जारी की गई, जो विधि विरुद्ध है. उन्होंने उक्त मामले को उच्च स्तर पर भेज जांच कर कार्रवाई की मांग की है.