बारां. जिला कलेक्टर राजेन्द्र विजय ने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेन्टर को जेल नहीं बारात घर जैसा बनाया जाना चाहिए, जिससे यहां रोगियों को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य उपचार के साथ पेयजल, बेड, भोजन, नाश्ता, स्वच्छ शौचालय, मनोरंजन सहित समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं प्राप्त हो सके और कोविड रोगी बिना असुविधा के यहां सहज होकर आइसोलेशन में रह सके.
कलेक्टर विजय कोरोना आपदा के तहत भंवरगढ़ के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं किशनगंज के सहरिया बालिका आवासीय छात्रावास में स्थापित कॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण कर रहे थे. उन्होंने भंवरगढ़ में क्वॉरेंटाइन सेन्टर पर पेयजल और ग्लास नहीं होने, शौचालय में गंदगी, साफ-सफाई एवं आवश्यक व्यवस्थाओं की कमी पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि कोई बीमार रोगी आइसोलेशन में रहने के लिए ऐसे स्थान पर नहीं आएगा, जहां पर्याप्त व्यवस्थाएं उपलब्ध नहीं हो. कलेक्टर विजय ने मौके पर पटवारी उपस्थित नहीं होने पर उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए.
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इसी क्रम में किशनगंज सहरिया बालिका आवासीय छात्रावास में स्थापित क्वॉरेंटाइन सेन्टर में पलंग पर गद्दे नहीं होने, कमरों में पेयजल की व्यवस्था उपलब्ध नहीं होने पर कलेक्टर ने उपस्थित नायब तहसीलदार और गिरदावर को समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, जिससे कोविड रोगी स्व-प्रेरित होकर क्वॉरेंटाइन में रहने को आ सके.