बारां. बूंदी एसीबी की टीम ने बारां में कार्रवाई करते हुए सहायक उप निरीक्षक को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. मामला अवैध खनन करवाने से जुड़ा है. इसमें परवन नदी से अवैध खनन को सहमति देने के लिए रिश्वत मांगी गई थी. परवन नदी में नाव और ट्रैक्टर से अवैध खनन करने के लिए 45000 रुपए की मांग की जा रही थी, लेकिन सत्यापन में 30000 में सौदा तय हुआ था.
मामले के अनुसार कुंजेड निवासी दीपक यादव ने 3 दिसंबर को बूंदी एसीबी को शिकायत दी थी कि कुंजेड चौकी प्रभारी सहायक उप निरीक्षक हीराचंद परवन नदी में अवैध खनन करवाने के लिए राशि की मांग कर रहा है. दीपक यादव ने बताया कि उसके तीन ट्रैक्टर चलाने के लिए प्रति ट्रैक्टर 10000 रुपए और एक नाव चलाने के 15 हजार रुपए की मांग की जा रही है. कुल मिलाकर 45000 रुपए उनसे मांगे जा रहे हैं.
एसीबी ने पूरे प्रकरण का सत्यापन कराया. जिसमें सौदा 30,000 प्रति हुआ. ऐसे में सोमवार को एसीबी 30,000 की पहली किस्त के रूप में 15000 रुपए लेते हुए एसीबी बूंदी की टीम ने एएसआई हीराचंद को गिरफ्तार कर लिया है. हीराचंद ने परिवादी को रिश्वत की राशि लेकर पहले अटरू थाने पर बुलाया था. इसके बाद कस्बे में ही गैस एजेंसी के नजदीक उसने रिश्वत की राशि ले ली और फरार हो गया. बाद में टीम की मदद से एएसआई हीराचंद को गिरफ्तार कर लिया गया.
साथ ही रिश्वत की राशि उसकी मोटरसाइकिल में रखे लैपटॉप बैग के अंदर से पुलिस ने बरामद कर ली. साथ ही एएसआई हीराचंद के घर पर खाना तलाशी भी बारां एसीबी की टीम ने कर दी है. वहीं उसके सरकारी क्वार्टर से बूंदी एसीबी की टीम को 76 हजार रुपए भी मिले हैं. जिनको एसीबी ने इस प्रकरण से जोड़ते हुए जब्त कर लिया है.
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अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी बूंदी तरुणकांत सोमानी ने बताया कि इस अवैध खनन से जुड़े मामले में बड़े लोग भी शामिल है. अटरू थानाधिकारी की भूमिका भी इस मामले में संदिग्ध है. काफी बड़ी मात्रा में यहां पर अवैध खनन हो रहा है. बड़े पैमाने पर हो रहे इस अवैध खनन में पुलिस और प्रशासन की भी मिलीभगत से ही रेती का दोहन हो रहा है. इसकी पूरी संपूर्ण जांच करवाई जाएगी. जिस की भी भूमिका संदिग्ध है. उस पर कार्रवाई की जाएगी.