अंता (बारां). जिले के अंता इलाके में तीन माह के मासूम की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है. इस मामले में परिजनों ने एक झोलाछाप चिकित्सक पर आरोप लगाया है, जिसमें झोलाछाप के उपचार के बाद ही बालक की मौत बताई गई है. इस मामले में पुलिस ने भी तहकीकात शुरू कर दी है, साथ ही मृग दर्ज करते हुए बच्चे के शव का पोस्टमार्टम करवाया है और परिजनों को सौंप दिया है.
अंता पुलिस के अनुसार बमुलिया माताजी निवासी रामनरेश मेघवाल के 3 माह के बच्चा था, जिसके बीते कुछ दिनों से खांसी की शिकायत थी. ऐसे में उन्होंने अपने ही गांव के बंगाली चिकित्सक को दिखाया. बंगाली चिकित्सक ने दवाई दी और इस दवाई के बाद ही बालक की अचानक से मौत हो गई. परिजन बालक को लेकर अंता चिकित्सालय पहुंचे थे, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद उसके पिता रामनरेश मेघवाल ने अंता पुलिस को इस पूरे मामले की शिकायत की है.
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एएसआई राधेश्याम सुमन ने बताया है कि 3 माह के मासूम बालक के शव का पोस्टमार्टम मौत के कारणों की जांच के लिए करवाया गया है. पिता की रिपोर्ट पर कार्रवाई की जा रही है. रामनरेश मेघवाल ने आरोप लगाया है कि उसका तीन माह का बेटा पूरी तरह से स्वस्थ था, केवल उसे खांसी की ही शिकायत थी. ऐसे में गलत दवाई देने से ही उसकी मौत हुई है. इस कारण झोलाछाप पर कार्रवाई होनी चाहिए, उसने अपराधिक कृत्य किया है.