बांसवाड़ा. प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में बांसवाड़ा-डूंगरपुर के नाम रिकॉर्ड कायम हो गया है. 13 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग में बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र मतदान के लिहाज से दूसरे नंबर पर रहा. क्षेत्र में रिकॉर्ड मतदान में पुरुषों के मुकाबले महिलाएं चार कदम आगे नजर आई. आदिवासी बाहुल्य बांसवाड़ा-डूंगरपुर क्षेत्र को पिछड़ा क्षेत्र माना जाता रहा है. लेकिन लोकतंत्र के महापर्व में क्षेत्र की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.
29 अप्रैल को हुए मतदान में बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट पर 72.81 प्रतिशत मतदान हुआ. जो बाड़मेर के बाद दूसरे नंबर पर है. मतदान के विश्लेषण में सामने आया है कि पुरुषों के मुकाबले बांसवाड़ा में 27 हजार 758 अधिक महिलाएं मतदान केंद्रों पर पहुंचीं. बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल 14 लाख 38 हजार 066 वोटर्स ने अपने मत का प्रयोग किया. इनमें 7 लाख 5 हजार 152 पुरुषों के मुकाबले 7 लाख 32 हजार 910 महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. कुल मिलाकर पुरुषों के मुकाबले 4.17 फीसदी महिलाओं ने अधिक मतदान किया.
बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभाओं में मतदान में महिलाओं के भागीदारी में घाटोल सबसे आगे रहा. यहां 81.63 फीसदी महिलाओं ने अपने मत का प्रयोग किया. वरिष्ठ पत्रकार सुभाष मेहता का कहना है कि बांसवाड़ा-डूंगरपुर में महिलाओं ने भीषण गर्मी के बावजूद जिस तरह से बढ़-चढ़कर अपना फर्ज निभाया है. उससे लगता है कि आगामी पंचायत राज चुनाव में महिलाओं की भूमिका और भी ज्यादा अहम रहने वाली है.
आपको बता दें कि लगातार तीसरे चुनाव में महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले बाजी मारी है. 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में 52.36 फीसदी पुरुषों के मुकाबले 53 फीसदी महिलाओं ने वोट दिया. वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में 66.71 फीसदी पुरुषों के मुकाबले 71.02 फीसदी महिलाओं ने लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई.