बांसवाड़ा. जिले में सीजन की पहली बारिश ने नदी नालों को उफान पर ला दिया है. उदयपुर संभाग का सबसे बड़ा माही बांध का जलस्तर 271 से बढ़कर 275 मीटर पार कर गया है. देर रात तक जलस्तर और भी बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि मध्यप्रदेश और प्रतापपुर क्षेत्र से पानी के आने का क्रम बना हुआ है. नदी नालों के उफान से कुशलगढ़ क्षेत्र में मध्यप्रदेश को जोड़ने वाला प्रमुख पुल टूटने से मध्यप्रदेश और राजस्थान के बीच का संपर्क टूट गया.
शुक्रवार शाम से लेकर शनिवार सुबह तक मूसलाधार चलती रही. बारिश का दौर सुबह करीब 10 बजे तक चलता रहा, लेकिन बाद में इसकी रफ्तार कुछ कम पड़ गई और दिन भर हल्की बारिश का दौर बना रहा. रात भर बारिश से शहर के निचले इलाकों की बस्तियों में पानी भर गया.
कुशलबाग तालाब में तब्दील हो गया और शहर के भीतर सड़कों पर एक से डेढ़ फीट पानी बह चला. हालत ये थी कि पाला रोड क्रोकरी मार्केट में दुकानों की पेड़ी तक पानी पहुंच गया. प्रगति नगर अगरपुरा बागा कोर्ट खेल स्टेडियम के समीप की बस्तियों में भी पानी भरने की शिकायत नगर परिषद पहुंची. वहीं, वाडिया कॉलोनी में कई मकानों में पानी घुस गया. खासकर बंजारा बस्ती और आसपास की बस्तियों में हालात बिगड़ गए.
बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार सुबह 8 बजे तक जिले में सबसे अधिक लोहारिया में 209 एमएम बारिश दर्ज की गई. इसके अलावा बांसवाड़ा 185, भूंगरा 168, अरथुना 26, बागीदौरा 20, दानपुर 32, गढ़ी 52, घाटोल 66, जगपुरा 69, केसरपुरा 70, कुशलगढ़ 137, सज्जनगढ़ 29, सल्लो पाट 4 और शेरगढ़ इलाके में 6 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई. माही डैम का जलस्तर 271 से बढ़कर सुबह तक 273. 55 तक पहुंच गया. शाम 5 बजे तक बांध का गेज 275.45 तक पहुंच गया.
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सिंचाई विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश के वांजना और प्रतापगढ़ इलाके से पानी के आने का क्रम बना हुआ है. ऐसे में सुबह तक पानी का गेज और भी बढ़ने की संभावना है. उधर कुशलगढ़ क्षेत्र में एक पुल के टूटने से मध्य प्रदेश के झाबुआ को जोड़ने वाला संपर्क टूट गया है. मध्यप्रदेश और राजस्थान की बॉर्डर पर स्थित कोटडी गांव के पास मुख्य पुलिया पानी के तेज बहाव में बह गया. इससे कुशलगढ़ को झाबुआ से जोड़ने वाला थांदला मार्ग पूर्णता बंद हो गया.