बांसवाड़ा. राज्य की कांग्रेस सरकार ने इस बार कोविड गाइडलाइन को ले करके अपनी रणनीति बदल दी है. इसीके चलते उदयपुर रेंज आईजी सोमवार को बांसवाड़ा पहुंचे और उन्होंने यहां पर एक के बाद एक प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की. इसके बाद वे एमजी अस्पताल गए और वहां का निरीक्षण (Udaipur IG inspection of MG Hospital) भी किया. इस दौरान पूरा प्रशासनिक अमला उनके साथ मौजूद था. आईजी संदीप सिंह चौहान ने स्पष्ट रूप से कहा कि सीएम के विशेष निर्देश के चलते वे निरीक्षण के लिए आए हैं.
उदयपुर रेंज आईजी संदीप सिंह चौहान सोमवार सुबह करीब बांसवाड़ा कलेक्ट्रेट पहुंचे. एसपी ऑफिस पहुंचने पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद उन्होंने एसपी व अन्य अधिकारियों के साथ पुलिस विभाग की मीटिंग की. इसके बाद प्रभारी मंत्री और प्रभारी सचिव से कलेक्टर व प्रशासन के तमाम अधिकारियों की बातचीत कराई.
कलेक्टर के साथ एमजी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे
प्रशासनिक बैठकों के बाद आईजी, कलेक्टर अंकित कुमार सिंह और एसपी राजेश कुमार मीणा के साथ सीधे एमजी अस्पताल पहुंचे. यहां पर पहले से ही पीएमओ डॉ रवि उपाध्याय और तमाम चिकित्सा विभाग के अधिकारी मौजूद थे. करीब एक घंटे तक आईजी ने यहां का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि अब एसपी भी नियमित रूप से अस्पताल का निरीक्षण करेंगे और यहां की व्यवस्थाओं को देखेंगे.
पढ़ें: नेताजी गाइडलाइन का पालन कीजिए : डोटासरा-पूनिया का दिल है कि कोरोना को मानता नहीं...
अभी तक ऐसा करते आए हैं आईजी
कोविड-19 के दौर में जब भी किसी आईजी का दौरा हुआ तो वह सामान्य रूप से एक बैठक लिया करते थे. यह बैठक पुलिस विभाग की तमाम बैठकों के बाद होती थी. ज्यादातर आईजी कलेक्टर के साथ बॉर्डर का दौरा करते थे. जहां पर पुलिस विभाग के द्वारा लगाई गई चौकियों का निरीक्षण मुख्य रूप से शामिल होता था।
गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर बैंड बाजा किया जप्त
शहर के विभिन्न क्षेत्रों से होती हुई जब एक कलश यात्रा आजाद चौक पहुंची तो पुलिस को सूचना मिली. मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि यात्रा में करीब 300 महिलाएं सिर पर कलश धारण किए हुए थीं. ज्यादातर ने मास्क भी नहीं लगाया था. बड़ी संख्या में पुरुष भी इस यात्रा में शामिल थे. पुलिस ने पहले समाज के एक दो लोगों को बुलाकर समझाया. जब नहीं माने तो तत्काल बैंड जप्त कर लिया गया और बैंडवादकों को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही कोतवाल रतन सिंह चौहान ने समाज को निर्देश दिए कि मास्क लगाकर शांतिपूर्ण तरीके से कलश यात्रा निकाली जाए वरना इसे भी बंद करा दिया जाएगा.