बांसवाड़ा. शहर के राज तालाब क्षेत्र में पिछले दिनों एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है. मृतक के तीन मासूम बच्चों के साथ परिजनों ने मंगलवार को जिला पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर उसके आत्महत्या करने के कारणों के पीछे सूदखोरों का हाथ बताया है. परिजनों ने न्याय दिलाने की गुहार लगाई है.
परिवार के लोगों का आरोप है कि ये पूरा मामला ब्याज पर रुपये के लेनदेन से जुड़ा है. शहर में अवैध तरीके से ब्याज का कारोबार करने वाले लोगों का एक गिरोह है जिसमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं. गिरोह के लोग भोले भाले लोगों को सट्टे की लत लगाने के बाद ऊंची ब्याज दरों पर कर्ज देते हैं और फिर उनसे कई गुना राशि वसूलते रहते हैं. परिजनों ने बताया कि 20 से लेकर 30% तक ब्याज वसूला जा रहा था. जब गुलरेज राशि की व्यवस्था नहीं कर पाया तो उसने 25 लाख रुपए में अपना प्लॉट बेचकर ब्याज चुकाया, लेकिन फिर भी गिरोह के लोग उसे धमकाते रहे. गिरोह के लोगों की ओर से उसे फोन पर धमकाया जा रहा था. इससे प्रताड़ित होकर उसने मौत को गले लगा लिया.
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मृतक के भाई तबरेज ने अपने परिवार के लोगों के साथ पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश किए गए परिवाद में कहा कि कोतवाली पुलिस थाने के कुछ कर्मचारी सच्चाई दबाने का प्रयास कर रहे हैं. इस पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच करवा कर गुनाहगारों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.