बांसवाड़ा. राज्य सरकार द्वारा किसानों को नया तोहफा दिया गया है. फसली ऋण योजना की अवधि एक माह बढ़ा दी गई है. वहीं, हर जीएसएस पर 200 नए सदस्यों को ऋण देने का प्रावधान किया गया है. अकेले बांसवाड़ा जिले में ही करीब 20 हजार नए लोगों को फायदा मिलने की उम्मीद है.
कोऑपरेटिव विभाग द्वारा इस संबंध में आदेश जारी करने के साथ ही संबंधित कोऑपरेटिव बैंक्स इनकी तैयारियों में जुट गए हैं. सरकार द्वारा फसली ऋण के लिए 31 अगस्त की अवधि निर्धारित की गई थी. अधिकारी किसानों को फसली ऋण का फायदा मिले इसके तहत ऋण अवधि बढ़ाकर 30 सितंबर कर दी गई है. ऐसे में अब किसान कोऑपरेटिव सोसाइटीज में 30 सितंबर तक ऑनलाइन लोन के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे.
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बता दें कि जिले में अब तक करीब 45 हजार सदस्यों ने फर्स्ट ग्रेड के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. जिसमें से करीब 37 हजार से अधिक किसानों को ऋण वितरित किया जा चुका है. अब तक इन काश्तकारों को लगभग 67 करोड़ 27 लाख रुपए का ऋण बांटा जा चुका है.
20 हजार नए काश्तकारों को लाभ
सरकार द्वारा फसली ऋण योजना की अवधि बढ़ाए जाने के साथ प्रत्येक ग्राम सेवा सहकारी समिति को एक सौ नए सदस्यों को जोड़ने का भी आदेश दिया गया है. अर्थात अब प्रत्येक जीएसएस पर 200 नए सदस्यों को ऋण वितरित किया जा सकेगा. इन नए प्रावधानों को देखते हुए जिले में ऋण वितरण का टारगेट 100 करोड रुपए तक पहुंचने की संभावना है.
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बता दें कि सरकार के इन नए प्रावधानों से पहले जीएसएस प्रशासन द्वारा पुराने सदस्यों को ही ऋण वितरण कर टारगेट पूरे किए जा रहे थे. अध्यक्ष और व्यवस्थापक बिना कोई नई रिस्क उठाए अपने लोगों को इसका लाभ दे रहे थे और नए सदस्यों को ऐड नहीं मिल पा रहा था. नए प्रावधानों के बाद में सदस्यों को आसानी से फसली ऋण मिल सकेगा.
बांसवाड़ा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक ललित मीणा के अनुसार सरकार द्वारा दो नए प्रावधान लागू करने से किले में करीब 20 हजार नए सदस्य बनेंगे, वहीं ऋण अवधि योजना एक माह बढ़ाने से फसली ऋण का टारगेट करीब 100 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है.