बांसवाड़ा. जिले सहित उदयपुर संभाग में पिछले 5 दिन से मानसून मेहरबान है. वहीं मध्य प्रदेश के धार जिले में भारी बारिश और बांसवाड़ा सहित गुजरात के निकटवर्ती इलाकों के लिए बारिश खुशखबरी बन कर आई है. पानी की निरंतर आवक से प्रदेश का दूसरा और उदयपुर संभाग के सबसे बड़े माही बांध का जलभराव स्तर शुक्रवार शाम चेतावनी पर पहुंच गया.
बता दें कि पानी की आवक गति को देखते हुए शनिवार शाम तक बांध के गेट खोले जाने की संभावना है. इसे देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा बांध के डाउनस्ट्रीम में आने वाले गांव के लोगों के लिए भी चेतावनी जारी की गई है.
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माही नदी पर स्थित इस बांध में पानी के आवक का स्त्रोत धार और प्रतापगढ़ जिले को माना जाता है. जहां पिछले चार-पांच दिनों से भारी बारिश का दौर जारी है. बांध में पानी की आवक का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 40 घंटे में जलस्तर 276.50 से बढ़कर 279.25 मीटर तक पहुंच चुका है. जिसका मतलब है कि बांध का पानी करीब पौने 3 मीटर बढ़ चुका है. जबकि इस बांध की कुल भराव क्षमता 281.50 मीटर है. दोपहर 2:00 बजे तक बांध में पानी के आवक की गति 92000 क्यूसेक आंकी गई. ऐसे में पानी के स्तर को देखते हुए शनिवार सुबह तक जलस्तर 280 मीटर पार होने की संभावना है.
इस बीच माही बांध परियोजना खंड प्रथम द्वारा इस संबंध में शाम को एक वार्निंग ऑर्डर भी जारी कर दिया गया. जिसमें बांध का गेट कभी भी खोले जाने की संभावना जताई गई है.इस स्थिति को देखते हुए बांध के डाउनस्ट्रीम में आने वाले गांवों के लोगों को बहाव क्षेत्र में किसी भी प्रकार की गतिविधि से बचने को कहा गया है. परियोजना खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता निरंजन मीणा ने बताया कि धार जिले में भारी बारिश से पानी लगातार आ रहा है जिससे बांध का जलस्तर निरंतर बढ़ रहा है.