बांसवाड़ा. कोरोना महामारी का प्रकोप अगर अगले महीने तक कम हो जाए या सरकार की ओर से की गई लॉकडाउन में थोड़ी रियायत बढ़ जाए तो उदयपुर रोड स्थित प्रताप सर्कल पर महाराणा प्रताप की आकर्षक प्रतिमा दिखाई देने लगेगी. दरअसल, राजपूत समाज की ओर से ग्वालियर में राणा प्रताप की 15 फीट ऊंची और 4 फीट चौड़ी कांसे की प्रतिमा तैयार करवाई गई है.
ऊंचाई के लिहाज से चौराहे के चारों मार्गों पर 200 मीटर दूर से ही इस भव्य प्रतिमा के दीदार हो सकेगा. फिलहाल नगर परिषद की ओर से मुंबई के वास्तुकार के जरिए इसका बेस तैयार करवाया गया. उसके अनुरूप सोमवार को समाज के वरिष्ठ लोगों के सानिध्य में बेस का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है. संभवतया अगले माह तक इस भव्य प्रतिमा का अनावरण होने की उम्मीद है.
ग्वालियर में तैयार हुई प्रतिमा
बता दें कि बीते 6 जुलाई 2019 को महाराणा प्रताप सर्कल पर स्थित प्रतिमा को एक विक्षिप्त युवक ने खंडित कर दिया था. इसके बाद समाज की ओर से बैठक कर नई प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय किया गया और देश के विभिन्न शहरों में नई प्रतिमा बनाने वालों से संपर्क साधा गया. इस दौरान ग्वालियर के मूर्तिकार प्रभात राय से संपर्क हुआ. उन्होंने इस प्रतिमा को तैयार करने पर आर्टिस्ट और लेबर कॉस्ट तक आधी कर दी. इसके साथ ही राजपूत समाज की ओर से प्रभात राय को प्रतिमा बनाने का ऑर्डर दे दिया गया.
2200 किलोग्राम वजनी होगी प्रतिमा
इस प्रतिमा का सबसे अहम पहलू यह होगा कि यह पूरी धातु से तैयार करवाई गई है. 2200 किलो वजन की इस प्रतिमा का करीब 61 प्रतिशत हिस्सा कांसा, 29 प्रतिशत हिस्सा जस्ता, 5 प्रतिशत हिस्सा लीड और लगभग 5 प्रतिशत हिस्सा टीन से तैयार करवाया गया. वहीं, इस प्रतिमा का निर्माण पूरा हो गया है, लेकिन लॉकडाउन के कारण बांसवाड़ा नहीं लाया जा रहा है.
परिषद का मिला साथ
प्रतिमा स्थापना के लिए राजपूत समाज को नगर परिषद का भी सहयोग मिला. सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी ने इसके लिए मुंबई के एक वास्तुकार से इसका बेस तैयार करवाया. वहीं, बांसवाड़ा क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह आनंदपुरी के साथ सभापति ने श्रीफल चढ़ाकर बेस के निर्माण कार्य की आधारशिला रखी. करीब 1 महीने में बेस का निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद है.
सभापति त्रिवेदी ने बताया कि प्रताप की यह प्रतिमा बहुत ही आकर्षक है और प्रताप प्रकरण के चारों मार्गों से करीब 200 से ढाई सौ मीटर दूर से ही यह प्रतिमा नजर आएगी. वहीं, समाज के अध्यक्ष आनंदपुरी ने बताया कि हालांकि, महाराणा प्रताप जयंती पर सोमवार को ही प्रतिमा के लोकार्पण का कार्यक्रम था. लेकिन लॉकडाउन के कारण समारोह को आगे खिसका दिया गया है. महामारी का प्रकोप कुछ कम होने के बाद राष्ट्रीय स्तर के समारोह के तहत इसका लोकार्पण का कार्यक्रम रखा जाएगा.