बांसवाड़ा. ईटीवी भारत की टीम द्वारा शहर में चलाई जा रही चिटफंड कंपनी को एक्सपोज करने के बाद पुलिस की जांच ने और गति पकड़ ली है. कंपनी के हेड क्वार्टर महाराष्ट्र से पुलिस टीम मामले से संबंधित आवश्यक दस्तावेज लेकर लौट आई है.
पुलिस अब कंपनी संचालकों के खिलाफ एक्शन मूड में है और वारंट जारी कर तलब करने की तैयारी कर रही है. वहीं, इस दौरान चिटफंड की शिकार महिलाएं गुरुवार को बांसवाड़ा कोतवाली पहुंची, जहां से न्याय दिलाने के आश्वासन के बाद अपने घरों को लौटी.
बता दें कि ईटीवी भारत ने एक जुलाई को प्रभावी तरीके से खबर चलाकर मोहन कॉलोनी में महाराष्ट्र की चिटफंड कंपनी चलाए जाने का खुलासा किया था. इसके बाद कोतवाली पुलिस हरकत में आई और तत्काल प्रभाव से दूसरे दिन पुलिस टीम ने छापा मारकर कंपनी के कामकाज पर रोक लगा दी. जांच के बाद महिलाओं को लौटने को कहा गया. मामले की जांच घाटोल डिप्टी एसपी ताराराम को सौंपी गई.
इस मामले में बिना ब्याज और बिना किस्त समूह लोन के नाम पर हर एक महिला से 1500 रुपये वसूले गए और पुलिस के छापे तक हजारों महिलाएं धोखाधड़ी के शिकार हो चुकी थी. पुलिस आश्वासन को देखते हुए आस-पास के गांव से बड़ी संख्या में महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंच गई. यहां पुलिस अधिकारी द्वारा समझाइश के बाद महिलाएं कोतवाली पहुंच गई और थाना प्रभारी भैया लाल आंजना से मुलाकात कर उनके समक्ष अपनी व्यथा रखी.
कोतवाली थाना प्रभारी ने उन्हें बताया कि जांच कुशलगढ़ डीवाईएसपी कर रहे हैं और पुलिस का एक दल महाराष्ट्र स्थित इस कंपनी के हेड ऑफिस पहुंचकर आवश्यक दस्तावेज लौट आया है. कोतवाली थाना प्रभारी के मुताबिक इस कंपनी को महाराष्ट्र में कामकाज की अनुमति है, जबकि यह कंपनी अपने एजेंटों के जरिए राजस्थान में भी काम कर रही है. कंपनी संचालकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. संचालकों को बांसवाड़ा जाने के लिए वारंट जारी करवाए जा रहे हैं. शीघ्र ही आरोपियों को लाकर महिलाओं को उनके पैसे रिफंड करवाए जाएंगे.