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PM मोदी का कांग्रेस पर तंज, कहा- आजादी के बाद आदिवासी समाज के बलिदान को इतिहास में नहीं मिला उचित स्थान - Rajasthan hindi news

मानगढ़ के मंच से पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi in Mangarh) ने एक ओर जहां कांग्रेस पर आदिवासी समाज की अनदेखी का आरोप लगाया. वहीं दूसरी ओर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रशंसा की. मोदी ने गहलोत को मोस्ट सीनियर नेता करार दिया.

Modi targeted Congress
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
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Published : Nov 1, 2022, 2:38 PM IST

जयपुर. ऐतिहासिक मानगढ़ धाम से एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तंज (PM Modi targets Congress) कसा. मोदी ने कहा कि देश की आजादी में आदिवासी समाज के बलिदान को न तो भूला जा सकता है और न ही कम कर आका जा सकता है. लेकिन आजादी के बाद आदिवासी समाज को उसके योगदान व बलिदान के लिए जो स्थान इतिहास में मिलना चाहिए था, वो नहीं मिला, खैर, अब हम उस भूल को आजादी के अमृत महोत्सव में सुधार रहे हैं. इस दौरान पीएम ने सूबे के सीएम अशोक गहलोत की तारीख करते हुए उन्हें मोस्ट सीनियर नेता करार (PM Modi praised CM Gehlot) दिया.

देश आदिवासियों के बलिदान का ऋणी: मानगढ़ धाम में गुरु गोविंद की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि देने के बाद पीएम मोदी ने आदिवासी समाज को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि मानगढ़ की धरती का कर्ज चुकाने का मौका मिला है. मानगढ़ धाम वीर वीरांगनाओं, तप त्याग, तपस्या और देश प्रेम का प्रतिबिंब है. यह महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान की साझी विरासत है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

इसे भी पढ़ें - मानगढ़ में बोले सीएम, मोदी उस देश के PM जहां 70 साल से जिंदा है लोकतंत्र

मोदी ने कहा कि गुजरात का मुख्यमंत्री रहने के दौरान उन्हें रामगढ़ क्षेत्र में काम करने का सौभाग्य मिला था, जो की गुजरात में पड़ता है. उसी क्षेत्र में गोविंद गुरु ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष बिताए थे. उनकी शिक्षाएं आज भी इस मिट्टी में महसूस की जाती है. आदिवासी समाज ने जो अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ संघर्ष का बिगुल फूंका था देश आज भी उसका ऋणी है.

आदिवासी समाज को नहीं मिला इतिहास में उचित स्थान: प्रधानमंत्री ने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत ने मानगढ़ की पहाड़ी पर डेढ़ हजार से अधिक युवाओं और बुजुर्गों के साथ ही महिलाओं को मौत के घाट उतार दिया था. हम कल्पना कर सकते हैं कि एक साथ डेढ़ हजार लोगों की जघन्य हत्या का वो दृश्य कितना पीड़ादायक होगा. लेकिन उससे भी बड़ी पीड़ा आदिवासी समाज के संघर्ष और बलिदान को आजादी के बाद भूलने की रही, क्योंकि समाज के संघर्ष को इतिहास में जो जगह मिलनी चाहिए थी, वह जगह नहीं मिली. आज देश आजादी का अमृतसर मना रहा है. ऐसे में अब हम उन भूलों को सुधार रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि भारत का अतीत, भारत का इतिहास, भारत का वर्तमान और भारत का भविष्य बिना आदिवासी समाज के पूरा नहीं होता है.

मनेगा जनजाति गौरव दिवसा: प्रधानमंत्री ने कहा कि 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर देश जनजाति गौरव दिवस मनाएगा. आदिवासी समाज के अतीत और इतिहास को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा. मोदी ने कहा कि आदिवासी समाज के बलिदान को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए देशभर में आदिवासी सेनानियों को समर्पित विशेष म्यूजियम बनाए जा रहे हैं. इस भव्य विरासत को हमारे युवाओं को जानने की जरूरत है. युवाओं की सोच और प्रेरणा देने के लिए ये म्यूजियम काफी कारगर साबित होंगे. मोदी ने कहा कि आदिवासी समाज की भूमिका इतनी बड़ी है कि उनके प्रति समर्पित भाव से काम करने की जरूरत है.

अहमदाबाद ब्रॉडगेज लाइन से होगा विकास: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 1 दिन पहले ही अहमदाबाद से उदयपुर ब्रॉड गेज लाइन पर चलने वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखाने का मौका मिला है. 300 किलोमीटर लंबी ब्रॉड गेज लाइन के शुरू होने से अहमदाबाद और राजस्थान के बीच के आदिवासी क्षेत्र के लोग अब रेल लाइन से जुड़ जाएंगे. इस नई रेल लाइन से राजस्थान की टूरिज्म को भी बड़ा लाभ होगा. यहां के औद्योगिक विकास में भी मदद मिलेगी.

जयपुर. ऐतिहासिक मानगढ़ धाम से एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तंज (PM Modi targets Congress) कसा. मोदी ने कहा कि देश की आजादी में आदिवासी समाज के बलिदान को न तो भूला जा सकता है और न ही कम कर आका जा सकता है. लेकिन आजादी के बाद आदिवासी समाज को उसके योगदान व बलिदान के लिए जो स्थान इतिहास में मिलना चाहिए था, वो नहीं मिला, खैर, अब हम उस भूल को आजादी के अमृत महोत्सव में सुधार रहे हैं. इस दौरान पीएम ने सूबे के सीएम अशोक गहलोत की तारीख करते हुए उन्हें मोस्ट सीनियर नेता करार (PM Modi praised CM Gehlot) दिया.

देश आदिवासियों के बलिदान का ऋणी: मानगढ़ धाम में गुरु गोविंद की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि देने के बाद पीएम मोदी ने आदिवासी समाज को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि मानगढ़ की धरती का कर्ज चुकाने का मौका मिला है. मानगढ़ धाम वीर वीरांगनाओं, तप त्याग, तपस्या और देश प्रेम का प्रतिबिंब है. यह महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान की साझी विरासत है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

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मोदी ने कहा कि गुजरात का मुख्यमंत्री रहने के दौरान उन्हें रामगढ़ क्षेत्र में काम करने का सौभाग्य मिला था, जो की गुजरात में पड़ता है. उसी क्षेत्र में गोविंद गुरु ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष बिताए थे. उनकी शिक्षाएं आज भी इस मिट्टी में महसूस की जाती है. आदिवासी समाज ने जो अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ संघर्ष का बिगुल फूंका था देश आज भी उसका ऋणी है.

आदिवासी समाज को नहीं मिला इतिहास में उचित स्थान: प्रधानमंत्री ने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत ने मानगढ़ की पहाड़ी पर डेढ़ हजार से अधिक युवाओं और बुजुर्गों के साथ ही महिलाओं को मौत के घाट उतार दिया था. हम कल्पना कर सकते हैं कि एक साथ डेढ़ हजार लोगों की जघन्य हत्या का वो दृश्य कितना पीड़ादायक होगा. लेकिन उससे भी बड़ी पीड़ा आदिवासी समाज के संघर्ष और बलिदान को आजादी के बाद भूलने की रही, क्योंकि समाज के संघर्ष को इतिहास में जो जगह मिलनी चाहिए थी, वह जगह नहीं मिली. आज देश आजादी का अमृतसर मना रहा है. ऐसे में अब हम उन भूलों को सुधार रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि भारत का अतीत, भारत का इतिहास, भारत का वर्तमान और भारत का भविष्य बिना आदिवासी समाज के पूरा नहीं होता है.

मनेगा जनजाति गौरव दिवसा: प्रधानमंत्री ने कहा कि 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर देश जनजाति गौरव दिवस मनाएगा. आदिवासी समाज के अतीत और इतिहास को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा. मोदी ने कहा कि आदिवासी समाज के बलिदान को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए देशभर में आदिवासी सेनानियों को समर्पित विशेष म्यूजियम बनाए जा रहे हैं. इस भव्य विरासत को हमारे युवाओं को जानने की जरूरत है. युवाओं की सोच और प्रेरणा देने के लिए ये म्यूजियम काफी कारगर साबित होंगे. मोदी ने कहा कि आदिवासी समाज की भूमिका इतनी बड़ी है कि उनके प्रति समर्पित भाव से काम करने की जरूरत है.

अहमदाबाद ब्रॉडगेज लाइन से होगा विकास: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 1 दिन पहले ही अहमदाबाद से उदयपुर ब्रॉड गेज लाइन पर चलने वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखाने का मौका मिला है. 300 किलोमीटर लंबी ब्रॉड गेज लाइन के शुरू होने से अहमदाबाद और राजस्थान के बीच के आदिवासी क्षेत्र के लोग अब रेल लाइन से जुड़ जाएंगे. इस नई रेल लाइन से राजस्थान की टूरिज्म को भी बड़ा लाभ होगा. यहां के औद्योगिक विकास में भी मदद मिलेगी.

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