बांसवाड़ा. शहर के निकट स्थित लोधा गांव में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया जा रहा है. इसके लिए पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर जा रही थी कि कोरोना रोगियों को ठहराने से गांव में संक्रमण फैलने की आशंका को लेकर ग्रामीण विरोध पर उतर गए. पुलिस और प्रशासन की टीम माजरा समझ पाती, ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया. इस घटना में पुलिस जीप का ग्लास फूट गया. वहीं एक पुलिस जवान सहित कई लोग जख्मी हो गए. हालांकि पुलिस ने तत्काल मोर्चा संभाल लिया. उत्पाती लोग वहां से भाग खड़े हुए, लेकिन पुलिस ने मामले में शामिल कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया. उनके खिलाफ पथराव, राजकार्य में बाधा सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया जा रहा है. एतिहात के तौर पर क्वॉरेंटाइन सेंटर पर पुलिस जाब्ता लगाया गया है.
बता दें कि प्रशासन द्वारा शहर में आने वाले प्रवासी लोगों के क्वॉरेंटाइन के लिए लोधा स्थित मयूर मिलकर पिछवाड़े नवोदय विद्यालय को चिन्हित किया गया. नगर परिषद द्वारा विद्यालय भवन को सेनेटाइज करने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार बृजेश गुप्ता पुलिस और प्रशासनिक टीम के साथ मौका मुआयना के लिए रविवार देर शाम नवोदय विद्यालय जा रहे थे.
वाडिया कॉलोनी केक दंपति को क्वॉरेंटाइन के लिए चिकित्सा विभाग के लोग भी साथ थे. यह टीम जैसे ही नवोदय विद्यालय के पास पहुंची आसपास रहने वाले गाड़ी लोहार और यादव बस्ती के लोग उग्र हो गए. कोरोना संक्रमित लोगों को वहां रखने से बस्ती में भी संक्रमण फैल सकता है, इस आशंका में इन लोगों ने रास्ते में कांटे डाल दिए. इसके बाद भी पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई तो करीब 50 से 60 लोगों ने पथराव शुरू कर दिया.
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अचानक हुए इस घटनाक्रम से पुलिस और प्रशासन के लोग भी सकते में आ गए. टीम में शामिल कई लोग मौके से भाग छूटे. सूचना पर क्विक रिस्पांस टीम के साथ अतिरिक्त पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा. पुलिस के मोर्चा संभालने के साथ ही उत्पात मचाने वाले लोग इधर-उधर भागने लगे. पुलिस ने एक-एक घर में पहुंचकर उत्पातियों को दबोचा.
पुलिस उपाधीक्षक अनिल मीणा ने बताया कि पथराव में पुलिस जीप के शीशे टूट गए. वहीं नगर परिषद का एक कर्मचारी और पुलिस जवान सहित कई लोगों को चोटे आई. फिलहाल हमने कई लोगों को हिरासत में लिया है. उत्पात मचाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. तहसीलदार बृजेश गुप्ता ने बताया कि आसपास की बस्ती के लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में संक्रमित लोगों को ठहराने की आशंका थी, इसी कारण टीम पर हमला कर दिया.