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बांसवाड़ा के घाटोल में खेली गई लठमार होली, सिर में चोट लगने से एक घायल - लठमार होली में एक युवक घायल

बांसवाडा के घाटोल में मंगलवार को होली के पर्व पर लठमार होली खेली गई. इसमें दो गुटों ने आमने-सामने से एक-दूसरे पर जलती हुई लकड़िया बरसाई, जिसमें एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया.

Banswara news, बांसवाड़ा की खबर
घाटोल में खेली गई लठमार होली
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Published : Mar 10, 2020, 11:19 AM IST

Updated : Mar 10, 2020, 11:24 AM IST

घाटोल (बांसवाडा). कहते हैं होली का पर्व रंग और गुलाल का होता है. पर हम आपको एक ऐसी जगह की होली के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां रंग और गुलाल से नहीं, बल्कि आग में जलती हुई लट्ठ से होली खेली जाती है. जी हां, हम बात कर रहे हैं, बांसवाड़ा के घाटोल उपखण्ड की, जहां लठमार होली खेली जाती है. ये परंपरा सदियों से चली आ रही है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग भी आते हैं.

घाटोल में खेली गई लठमार होली

दरअसल, होलिका दहन के बाद सुबह 5 बजे यहां पाटीदार समाज की ओर से गेर नृत्य की जाती है. करीब 2 घंटे बाद ये ढोल की थाप में बदल जाती हैं. इसके बाद गेर नृत्य कर रहे लोग दो गुटों में विभाजित हो जाते हैं और आमने-सामने से जलती हुई लकड़ियां एक-दूसरे पर बरसाना शुरू कर देते है.

पढ़ें- होली की रंगत में नजर आया बांसवाड़ा,आदिवासी वर्ग के लोग डांडिया और रंग खरीदारी के लिए पहुंचे बाजार

इसमें कई लोग घायल भी हो जाते है, लेकिन इसके बाद भी लोगों का उत्साह इसके लिए कम नहीं होता. ऐसे में इस लठमार होली में एक युवक घायल हो गया, बाकि दो अन्य को मामूली चोटे आई है, जिनका घाटोल सीएचसी में उपचार कराया गया.

घाटोल (बांसवाडा). कहते हैं होली का पर्व रंग और गुलाल का होता है. पर हम आपको एक ऐसी जगह की होली के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां रंग और गुलाल से नहीं, बल्कि आग में जलती हुई लट्ठ से होली खेली जाती है. जी हां, हम बात कर रहे हैं, बांसवाड़ा के घाटोल उपखण्ड की, जहां लठमार होली खेली जाती है. ये परंपरा सदियों से चली आ रही है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग भी आते हैं.

घाटोल में खेली गई लठमार होली

दरअसल, होलिका दहन के बाद सुबह 5 बजे यहां पाटीदार समाज की ओर से गेर नृत्य की जाती है. करीब 2 घंटे बाद ये ढोल की थाप में बदल जाती हैं. इसके बाद गेर नृत्य कर रहे लोग दो गुटों में विभाजित हो जाते हैं और आमने-सामने से जलती हुई लकड़ियां एक-दूसरे पर बरसाना शुरू कर देते है.

पढ़ें- होली की रंगत में नजर आया बांसवाड़ा,आदिवासी वर्ग के लोग डांडिया और रंग खरीदारी के लिए पहुंचे बाजार

इसमें कई लोग घायल भी हो जाते है, लेकिन इसके बाद भी लोगों का उत्साह इसके लिए कम नहीं होता. ऐसे में इस लठमार होली में एक युवक घायल हो गया, बाकि दो अन्य को मामूली चोटे आई है, जिनका घाटोल सीएचसी में उपचार कराया गया.

Last Updated : Mar 10, 2020, 11:24 AM IST
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